Byju’s Crisis: संकटग्रस्त एडटेक स्टार्टअप Byju’s के कर्मचारियों के लिए अच्छी खबर आई है। कर्मचारियों को मार्च के लिए आंशिक वेतन का भुगतान किया गया है। नकदी की कमी से जूझ रहे Byju’s ने फरवरी के लिए भी वेतन का आंशिक भुगतान करने का सहारा लिया था। कर्मचारियों को मार्च के भुगतान में भी देरी हुई है। एक सोर्स का कहना है, “शुरुआत में जब उन्होंने सैलरी की प्रोसेसिंग शुरू की तो उन्होंने दो टीमों- IRT (इश्यू रिजॉल्यूशन टीम) और BTC (Byju’s ट्यूशन सेंटर्स) को पूरा वेतन दिया। उसके बाद किसी को भी नहीं मिला और हाल ही में 20 अप्रैल को बचे हुए लोगों को आधा वेतन मिला।”
यह घटनाक्रम Byju’s के 4 निवेशकों की ओर से डाली गई उत्पीड़न और कुप्रबंधन याचिका पर नेशनल कंपनी लॉ ट्राइब्यूनल (NCLT) में 23 अप्रैल को होने वाली सुनवाई से पहले आया है। याचिका प्रोसस एनवी, पीक एक्सवी पार्टनर्स, जनरल अटलांटिक और सोफिना एसए ने दायर की थी। इन्होंने 22.5 करोड़ डॉलर की पोस्ट-मनी वैल्यूएशन पर 20 करोड़ डॉलर जुटाने के कंपनी के फैसले का विरोध किया था।
बायजू रवींद्रन ने लिया अधिक पर्सनल लोन
कंपनी के एक करीबी सूत्र ने कहा कि कंपनी के फाउंडर और सीईओ बायजू रवींद्रन ने मार्च के पेरोल के लिए अधिक पर्सनल लोन लिया है। Byju’s सभी कर्मचारियों के लिए पेरोल बनाने का प्रयास कर रहा है। टीचर और टीचिंग सपोर्ट स्टाफ Byju’s की रीढ़ हैं और इसलिए उनके वेतन का भुगतान प्राथमिकता से किया जाता है।
निश्चित रूप से, फरवरी की दूसरी छमाही का वेतन अभी भी कंपनी पर बकाया है। Byju’s ने फरवरी के लिए सभी कर्मचारियों के लंबित वेतन का एक हिस्सा मिड मार्च में डिस्ट्रीब्यूट किया था और राइट्स इश्यू के पैसे का इस्तेमाल करने की इजाजत मिलने पर बाकी राशि का भुगतान करने का वादा किया था। Byju’s पिछले कुछ वक्त से वेंचर कैपिटल फंडिंग में कमी और ऑनलाइन एजुकेशन के लिए डिमांड धीमी पड़ने की दोहरी मार झेल रहा है।
Byju’s राइट्स इश्यू का कहां अटका है पैसा
कंपनी 20 करोड़ डॉलर (करीब 1,650 करोड़ रुपये) का राइट्स इश्यू लेकर आई थी, जो फुली सब्सक्राइब हुआ था। कुछ निवेशकों ने Byju’s के राइट्स इश्यू के खिलाफ NCLT का दरवाजा खटखटाया था। NCLT ने 27 फरवरी के आदेश में Byju’s को, कंपनी के चार निवेशकों की ओर से दायर उत्पीड़न और कुप्रबंधन याचिका के सेटलमेंट तक राइट्स इश्यू से प्राप्त पैसे को एस्क्रो खाते में रखने का निर्देश दिया।