bareillyonline.com
  • न्यूज़
  • एंटरटेनमेंट
  • स्पोर्ट्स
  • व्रत त्यौहार
  • ऑटोमोबाइल
  • हैल्थ
  • ब्लॉग
  • बरेली बिज़नेस
  • Contact
No Result
View All Result
  • Login
  • Register
SIGN UP
bareillyonline.com
No Result
View All Result
Home न्यूज़

Budget 2024 Analysis|Income Tax|Modi 3.0 | बजट-2024 एनालिसिस: मोदी 3.0 के पहले बजट पर गठबंधन सरकार का असर साफ…मिडिल क्लास को इनकम टैक्स में राहत बहुत मामूली

bareillyonline.com by bareillyonline.com
23 July 2024
in न्यूज़
4 0
0
6
SHARES
35
VIEWS
WhatsappFacebookTwitterThreads

[ad_1]

16 मिनट पहलेलेखक: अंशुमान तिवारी, आर्थिक विश्लेषक

  • कॉपी लिंक

मोदी 3.0 का पहला बजट दिलचस्प होने के साथ-साथ काफी पेचीदा बजट है। बजट में जो कहा गया है और वित्त विधेयक में जो आपको पढ़ने को मिलता है…उसमें एक बड़ा फर्क है। कुछ उम्मीदें, कुछ अपेक्षाएं जो बजट से थी…उन अपेक्षाओं में कुछ राजनीतिक संकेत थे जो चुनावों से निकले थे, उन सबको समेटने की कोशिश की गई है। आमतौर पर बजट को समझने के लिए हम पार्ट-ए से पार्ट-बी की तरफ जाते हैं। मगर आज इस बजट को पार्ट-बी से शुरू करते हैं और पार्ट-ए तक जाते हैं…बजट को उल्टा शुरू कर समझते हैं।

बजट का आखिरी हिस्सा…जिसमें लोगों की सबसे ज्यादा दिलचस्पी होती है। प्रावधानों से पहले उन बड़े संकेतों को जानते हैं जिनसे भविष्य की दिशा तय होगी। माना जाता है कि बजट में मिडिल क्लास को सबसे ज्यादा इंतजार इनकम टैक्स से जुड़ी घोषणाओं का होता है। हालांकि इनकम टैक्स मध्यम वर्ग नहीं है…भारत का मिडिल क्लास बहुत बड़ा। वो सिर्फ 2 से 2.5 करोड़ टैक्स देने वाले लोगों तक सीमित नहीं है पर फिर भी पूरे बजट की व्याखा इन लोगों पर ही केंद्रित हो जाती है।

2020 में जो न्यू टैक्स रिजीम लाया गया था उसमें बचत को प्रोत्साहन देने की कोई व्यवस्था नहीं थी, इसके लिए कोई इंसेंटिव नहीं था। इस बार फिर बजट में वित्त मंत्री ने यही प्रतिबद्धता दोहराते हुए न्यू टैक्स रिजीम को और आकर्षक बनाया है, लेकिन ओल्ड टैक्स रिजीम को नहीं छुआ है। न्यू टैक्स रिजीम में स्टैंडर्ड डिडकशन बढ़ाया गया जिसका सैलरीड क्लास को लाभ होगा 25 हजार रुपए का। स्लैब में थोड़ा चेंज किया गया 3 से 6 लाख की आय वाले स्लैब को 6 से 7 लाख रुपए कर दिया गया और यहां पर थोड़ी बचत होगी। यहां से वित्त मंत्री ने ये दर्शन स्पष्ट कर दिया कि बचत आपकी अपनी जिम्मेदारी है। सरकार टैक्स के रेट कम रखेगी और आपको रियायते नहीं देगी और यही बात समझने वाली है।

अब हम दूसरी तरफ चलते हैं जहां बहुत सारे लोगों की निगाहें थी और उसको लेकर जबरदस्त उठा-पटक दिखी…शेयर बाजार। जो बजट के बाद एकदम तेजी से गिरा, बेहद बेचैन हुआ और शेयर बाजार को बेचैन करने वाली कई चीजें इस बजट में है। जैसे लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन 10% से 12.5% कर दिया गया, जो F&O पर ट्रेडिंग करते थे उन पर एसटीटी की दर दोगुनी कर दी गई, प्रॉपर्टी में इंडेक्सेशन बेनेफिट को लेकर बदलाव किए गए और शॉर्ट टर्म कैपिटल गेन्स के रेट भी बढ़ाए गए जिसके बारे में आगे सूचना दी जाएगी। कुल मिलाकर ये सब निवेश के मिजाज के लिए ठीक नहीं था। बाजार ऐसा बजट नहीं चाह रहा था। बाजार को लग रहा था कि मिजाज ठीक नहीं है और इसलिए शेयर बाजार की दृष्टि से ये बजट कमजोर था, निवेशकों के लिहाज से कमजोर था। लेकिन हां अगर छोटे निवेशको के हिसाब से देखे तो उन्हें एक साल में म्यूच्यूअल फंड्स से 1.15 लाख रुपए के कैपिटल गेन्स पर टैक्स नहीं देना होगा।

जैसा मैंने शुरुआत में कहा कि इनकम टैक्स को लेकर ये सरकार पिछले 10 साल से बहुत रिजर्व रही है। टैक्स स्लैब में जो भी बदलाव हुए हैं, वो बहुत मामूली हैं। एक तरह से वित्त मंत्री की ओर से थैंक्सगिविंग है कि आप हमको तीसरी बार सरकार में लाए…ये लीजिए 12 से 15 हजार की मदद। कुल मिलाकर कोई बड़ा चेंज नहीं हुआ जिससे कि ये इनकम टैक्स का ड्रीम बजट हो जाए। खासतौर पर जिस तरीके से महंगाई बढ़ी है और मिडिल क्लास की कॉस्ट ऑफ लिविंग बढ़ी है…उसे देखते हुए टैक्स में ये रियायत मामूली ही हैं।

कस्टम ड्यूटी से जुड़ी एक घोषणा पर भी बात करना जरूरी है। सरकार पर इस बात का दबाव था कि वो विदेश से आने वाले मोबाइल और उसके पुर्जों पर ड्यूटी घटाए। इसलिए नहीं कि भारत में उसकी कीमतें कम हों बल्कि इसलिए कि जो मोबाइल कंपनियां भारत से निर्यात कर रही हैं उनकी कॉस्ट कम हो सके। इसका थोड़ा फायदा हमें भी मिलेगा और आपको भी मिलेगा…अगर मोबाइल कंपनियां कस्टम ड्यूटी की रियायतों को ग्राहकों तक पास ऑन करती हैं तो मोबाइल सस्ते हो सकते हैं।

अब बड़ी घोषणा पर आते हैं। बड़ी घोषणा में सुर्खी बनाने वाली एक घोषणा है और राजनीतिक घोषणा दूसरी है। अगर आप बजट की दो घोषणाओं को एक साथ मिलकर तुलना करे तो बजट में रोजगार के लिए 2 लाख करोड़ की पांच स्कीमों का पैकेज घोषित किया गया है। ये संकेत है कि सरकार ने इस बात को स्वीकार किया कि चुनाव के दौरान जो बैकलैश आया बेरोजगारी को लेकर उसके लिए कुछ करना चाहिए।

दूसरी तरफ आप देखें तो करीब एक लाख करोड़ रुपए की सीधी मदद दो गठबंधन दलों वाले राज्यों को दी गई। एक आंध्रप्रदेश और दूसरा बिहार। राजनीतिक चश्मे से देखें तो बजट के कई मायने हैं, लेकिन आर्थिक चश्मे से ढूंढें तो बजट में बहुत कुछ नहीं मिलता है। क्योंकि ये बजट अंतरिम बजट का पूर्ण बजट है। 6 महीने निकल चुके हैं…अगला बड़ा बजट साल के अंत से बनना शुरू हो जाएगा। इसलिए इस वक्त सरकार की सबसे बड़ी वरीयता यही थी कि इस बजट के बाद उसके गठबंधन घटक शांत रहे और साथ बने रहे।

बाकी रेलवे, इंफ्रा के लिए छोटी-मोटी प्रतीकात्मक घोषणाएं ही हैं। इस से ये भी लगता है कि सरकार इस बजट के जरिए एक निरंतरता दिखाना चाहती है। कुछ छोटी-मोटी पहल हमें दिखती है। अलग-अलग तरीके की। उन पहल का असर कुल मिलाकर इकोनॉमी में ग्रोथ बढ़ाने में, जॉब बढ़ाने में, डिमांड बढ़ाने में उतना नहीं दिखाई देगा।

तीसरा इसके बाद अगर आप बजट का कोई फोकस ढूंढना चाहे तो वो छोटे उद्योग हैं। हालांकि छोटे उद्योगों के भी मामले में वो ही चलती हुई स्कीम्स हैं। उनमें आवंटन बढ़ाया गया और बैंकों के सहारे उन्हें और आसानी से कर्ज देने जैसे प्रावधान जोड़े गए।

मोदी सरकार के पिछले बजट बड़ी स्कीमों की बात करते थे, मेगा स्कीमों की चर्चा करते थे। गठबंधन सरकार की चुनौतियां इस बजट पर साफतौर पर दिखाई दी। क्योंकि मेगा स्कीमों का रिफ्लेक्शन इस बजट पर नहीं दिखा। पूरे भाषण में हमने स्मार्ट सिटी नहीं सुना…गंगा मिशन नहीं सुना। बहुत सारी ऐसी बड़ी स्कीमें इस बार नहीं सुनाई दी लेकिन हां बजट के दस्तावेजों में इन पर कई आवंटन जरुर हुए होंगे, छिपे हुए होंगे। इस बार वो फ्लैग बियरिंग स्कीमें नहीं रहीं।

कुल मिलाकर सरकार का ये मध्यावधि बजट था। इस बजट को देखकर लगता है कि इस बजट के नतीजों के आधार पर वित्त मंत्री को आगे कई महत्वपूर्ण क्षेत्रों में बड़े बदलाव करने होंगे। फरवरी 2025 में हमें एक रियल रिफॉर्म बजट की उम्मीद करनी चाहिए।

[ad_2]

Source link

Advertisement Banner

Trending Now

edit post
Step-by-Step Guide to Apply for the Chief Minister’s Farmers Security Scheme | Crop protection subsidies | Farm animal protection subsidy
न्यूज़

Step-by-Step Guide to Apply for the Chief Minister’s Farmers Security Scheme | Crop protection subsidies | Farm animal protection subsidy

10 months ago
edit post
शराब और स्मोकिंग फीमेल लिबिडो को किस तरह प्रभावित करता है – alcohol and smoking effect on libido
हैल्थ

शराब और स्मोकिंग फीमेल लिबिडो को किस तरह प्रभावित करता है – alcohol and smoking effect on libido

4 months ago
edit post
Delhi Election 2025: हर वोटर के फोन में होना चाहिए ये ऐप, फटाफट होंगे Voter ID से जुड़े सभी काम
गैजेट

Delhi Election 2025: हर वोटर के फोन में होना चाहिए ये ऐप, फटाफट होंगे Voter ID से जुड़े सभी काम

4 months ago
edit post
सीरीज हारने के बाद पाकिस्तान को झेलनी पड़ी दोहरी मार, ICC ने लिया बड़ा फैसला
स्पोर्ट्स

सीरीज हारने के बाद पाकिस्तान को झेलनी पड़ी दोहरी मार, ICC ने लिया बड़ा फैसला

4 months ago

We bring you the best Premium WordPress Themes that perfect for news, magazine, personal blog, etc. Check our landing page for details.

Follow Us

Categories

  • एंटरटेनमेंट
  • ऑटोमोबाइल
  • गैजेट
  • टेक्नोलॉजी
  • न्यूज़
  • बरेली बिज़नेस
  • ब्लॉग
  • व्रत त्यौहार
  • स्पोर्ट्स
  • हैल्थ

Tags

#bareillyfamousfor #bareillycity #bareillyonline #bareilly #bareillynews Bareilly Bareilly City Bareilly News BareillyOnline Bareilly Pincode Bareilly Smart City Pincode Bareilly Smart City Bareilly
  • About
  • Advertise
  • Privacy & Policy
  • Contact

© 2025 Bareilly Online bareillyonline.

Welcome Back!

Login to your account below

Forgotten Password? Sign Up

Create New Account!

Fill the forms below to register

All fields are required. Log In

Retrieve your password

Please enter your username or email address to reset your password.

Log In
No Result
View All Result
  • न्यूज़
  • एंटरटेनमेंट
  • स्पोर्ट्स
  • व्रत त्यौहार
  • ऑटोमोबाइल
  • हैल्थ
  • ब्लॉग
  • बरेली बिज़नेस
  • Contact

© 2025 Bareilly Online bareillyonline.

Go to mobile version