Ether का प्राइस 2.64 प्रतिशत घटकर 3,840 डॉलर पर था। यह वीकेंड पर 297 डॉलर बढ़ा है। इसके अलावा Tether, Solana, Ripple, USD Coin, Cardano, Polkadot, Tron और Litecoin के प्राइसेज घटे हैं। क्रिप्टो का मार्केट कैपिटलाइजेशन 1.61 प्रतिशत कम होकर लगभग 2.59 लाख लाख करोड़ डॉलर पर था। इस मार्केट में बिटकॉइन की हिस्सेदारी लगभग 51.9 प्रतिशत और Ether की 17.9 प्रतिशत की थी।
क्रिप्टो एक्सचेंज BuyUcoin के CEO, Shivam Thakral ने Gadgets360 को बताया, “BlackRock का बिटकॉइन एक्सचेंज ट्रेडेड फंड 10 अरब डॉलर की फंडिंग तक पहुंच गया है। अमेरिका में इस लेवल तक यह सबसे तेजी से पहुंचने वाला ETF है। Ether के लिए अगला रेजिस्टेंस 4,000 डॉलर का है। इस सप्ताह होने वाले Dencun अपग्रेड से पहले यह इस लेवल को पार कर सकता है। इस अपग्रेड से Layer 2 ब्लॉकचेन्स पर फीस में कमी हो सकती है।” CoinSwitch Ventures के इनवेस्टमेंट्स लीड, Parth Chaturvedi का कहना था, “बिटकॉइन के हाफिंग इवेंट में 40 दिन बचे हैं। इससे पहले मार्केट में वोलैटिलिटी बढ़ सकती है।”
इस सेगमेंट को कुछ बड़े देशों के नेताओं के साथ ही इनवेस्टर्स से भी बढ़ावा मिल रहा है। हाल ही में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और क्रिप्टोकरेंसी जैसी उभरती हुई टेक्नोलॉजीज से निपटने के लिए वैश्विक सहयोग की जरूरत बताई थी। अमेरिका में सिक्योरिटीज रेगुलेटर SEC की ओर से बिटकॉइन एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ETF) को स्वीकृति मिलने के बाद से इनवेस्टर्स में उत्साह है। हालांकि, देश में क्रिप्टो सेगमेंट पर टैक्स अधिक होने से ग्रोथ पर असर पड़ रहा है। पिछले महीने पेश हुए बजट से पहले क्रिप्टो इंडस्ट्री की ओर से केंद्र सरकार से इस सेगमेंट पर टैक्स घटाने के निवेदन किए थे। हालांकि, इंटरिम बजट में फाइनेंस मिनिस्टर Nirmala Sitharaman ने क्रिप्टोकरेंसीज का कोई जिक्र नहीं किया था। इससे इस इंडस्ट्री से जुड़े स्टेकहोल्डर्स निराश हुए थे। कुछ देशों में रेगुलेटर्स ने भी क्रिप्टोकरेंसीज को लेकर चेतावनी दी है।