महात्मा गांधी और शास्त्री जी की जयंती


महात्मा गांधी और शास्त्री जी की जयंती

2 अक्तूबर को प्रतिवर्ष महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री की जयंती के रूप में मनाया जाता है। इन दोनों ने हमारे राष्ट्र को आकार देने में प्रमुख भूमिका निभाई है।

महात्मा गांधी के बारे में मुख्य तथ्य क्या हैं?

  • जन्म: 2 अक्तूबर 1869 को पोरबंदर (गुजरात) में।
  • संक्षिप्त परिचय: वकील, राजनीतिज्ञ, सामाजिक कार्यकर्ता और लेखक (जो भारत में ब्रिटिश शासन के विरुद्ध राष्ट्रवादी आंदोलन के नेता बने)।
  • लिखी गई पुस्तकें: हिंद स्वराज, सत्य के साथ मेरे प्रयोग (आत्मकथा)
  • मृत्यु: 30 जनवरी 1948 को नाथूराम गोडसे ने उनकी गोली मारकर हत्या कर दी थी।

  • भारत के स्वतंत्रता संग्राम में भूमिका
    • भारतीय राष्ट्रीय कॉन्ग्रेस (INC) का नेतृत्व: महात्मा गांधी 20वीं सदी के प्रारंभ में भारतीय राष्ट्रीय कॉन्ग्रेस के एक प्रमुख नेता बन गए और इन्होंने ब्रिटिश शासन को चुनौती देने के लिये अहिंसक प्रतिरोध तथा जन-आंदोलन की वकालत की।
      • वर्ष 1924 का बेलगाम अधिवेशन कॉन्ग्रेस का एकमात्र ऐसा अधिवेशन था जिसकी अध्यक्षता गांधी जी ने की थी।

    • असहयोग आंदोलन (NCM) (1920-1922): गांधीजी ने जलियाँवाला बाग हत्याकांड और दमनकारी रॉलेट एक्ट की प्रतिक्रया में NCM की शुरुआत की। 
      • उन्होंने भारतीयों से ब्रिटिश संस्थाओं, वस्तुओं और सम्मानों का बहिष्कार करने का आग्रह किया
      • गांधीजी को बोअर युद्ध में उनकी भूमिका के लिये वर्ष 1915 में कैसर-ए-हिंद उपाधि से सम्मानित किया गया था लेकिन उन्होंने जलियाँवाला बाग हत्याकांड के विरोध में वर्ष 1920 में इसे वापस कर दिया था।

    • नमक मार्च (1930): गांधीजी ने ब्रिटिश नमक कर के विरोध में गुजरात के तटीय शहर दांडी तक नमक मार्च का नेतृत्व किया। इस क्रम में सविनय अवज्ञा आंदोलन की शुरुआत हुई।
    • भारत छोड़ो आंदोलन (QIM), 1942: गांधीजी ने भारत में ब्रिटिश शासन को समाप्त करने की मांग करते हुए QIM का आह्वान किया। 
      • उनके नारे “करो या मरो” ने लाखों लोगों को विरोध प्रदर्शनों, हड़तालों और सविनय अवज्ञा के कार्यों में भाग लेने के लिये प्रेरित किया, जिससे स्वतंत्रता संग्राम में लोगों की भागीदारी में काफी वृद्धि हुई।

    • अहिंसा का दर्शन: अपने पूरे सक्रियता अभियान के दौरान गांधीजी ने सत्याग्रह और अहिंसा के सिद्धांतों पर बल दिया तथा शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन की वकालत की। 
      • उनके दृष्टिकोण ने न केवल भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन को प्रभावित किया बल्कि नेल्सन मंडेला और मार्टिन लूथर किंग जूनियर के नेतृत्व वाले विश्वव्यापी नागरिक अधिकार आंदोलनों को भी प्रेरित किया।

लाल बहादुर शास्त्री के बारे में मुख्य तथ्य क्या हैं?

  • जन्म: उनका जन्म 2 अक्तूबर 1904 को मुगलसराय, उत्तर प्रदेश में हुआ था।
  • संक्षिप्त परिचय: वे भारत के दूसरे प्रधानमंत्री थे इन्हें प्रभावशाली नेतृत्व तथा इनके नारे “जय जवान जय किसान” (जिसमें राष्ट्र निर्माण में सैनिकों और किसानों दोनों के महत्त्व पर बल दिया गया था) के लिये जाना जाता है।
  • मृत्यु: 11 जनवरी 1966 को ताशकंद, उज़्बेकिस्तान में उनकी मृत्यु हो गई।
    • वह मरणोपरांत भारत रत्न (1966) से सम्मानित होने वाले पहले व्यक्ति थे।

  • राष्ट्र निर्माण में उनकी भूमिका:
    • वर्ष 1965 के भारत-पाक युद्ध में नेतृत्व : लाल बहादुर शास्त्री ने वर्ष 1965 के युद्ध के दौरान भारत का प्रभावी नेतृत्व किया
    • हरित क्रांति: शास्त्री जी ने हरित क्रांति को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिससे भारत को कृषि उत्पादन बढ़ाने और देश की खाद्य सुरक्षा चुनौतियों का समाधान करते हुए खाद्यान्न में आत्मनिर्भरता को प्राप्त करने में मदद मिली।
    • राष्ट्रीय एकता: उन्होंने विविध क्षेत्रों, भाषाओं और संस्कृतियों के बीच सद्भाव को बढ़ावा देकर राष्ट्रीय एकता और एकीकरण को बढ़ावा देने की दिशा में कार्य किया।
      • साथ ही उन्होंने भारत की आर्थिक संवृद्धि को बढ़ावा देने तथा विदेशी आयात पर निर्भरता कम करने के लिये औद्योगीकरण और आत्मनिर्भरता की नीतियों को प्रोत्साहित किया।

    • सिविल सेवाएँ: शास्त्री ने सिविल सेवकों के लिये उच्च नैतिक मानकों, पारदर्शिता तथा समर्पण को बनाए रखने की आवश्यकता पर बल दिया ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि प्रशासन, भ्रष्टाचार से मुक्त रहने के साथ लोक सेवा के लिये प्रतिबद्ध रहे।
      • उदाहरण के लिये वर्ष 1952 में एक रेल दुर्घटना (जिसमें कई लोग हताहत हुए थे) की नैतिक ज़िम्मेदारी लेते हुए उन्होंने रेल मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया था।




  यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा, विगत वर्ष के प्रश्न (PYQ)  

प्रश्न: भारत में ब्रिटिश औपनिवेशिक शासन के संदर्भ में, निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिये: (2019)

1. महात्मा गांधी ‘गिरमिटिया (इंडेंचर्ड लेबर)’ प्रणाली के उन्मूलन में सहायक थे।
2. लॉर्ड चेम्सफोर्ड की ‘वॉर कॉन्फरेन्स’ में महात्मा गांधी ने विश्व युद्ध के लिये भारतीयों की भरती से संबंधित प्रस्ताव का समर्थन नहीं किया था।
3. भारत के लोगों द्वारा नमक कानून तोड़े जाने के परिणामस्वरूप, औपनिवेशिक शासकों द्वारा भारतीय राष्ट्रीय कॉन्ग्रेस को अवैध घोषित कर दिया गया था।

उपर्युक्त में से कौन-से कथन सही हैं?

(a) केवल 1 और 2
(b) केवल 1 और 3
(c) केवल 2 और 3
(d) 1, 2 और 3

उत्तर: (b)


प्रश्न: निम्नलिखित में से किसने मैडम क्यूरी की आत्मकथा का हिंदी में अनुवाद किया? (2008)

(a) अटल बिहारी वाजपेयी
(b) लाल बहादुर शास्त्री
(c) चौधरी चरण सिंह
(d) गोबिंद वल्लभ पंत

उत्तर: (b)





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