Belly Fat Myth And Facts in Hindi- पेट की चर्बी कम करना किसी भी व्यक्ति के लिए मुश्किल होता है। खासकर 9 से 5 ऑफिस में काम करने वाले लोगों के लिए, क्योंकि एक ही स्थान पर बैठे रहना और खाना नहीं पचने के कारण मोटापा बढ़ने लगता है। हर व्यक्ति में मोटापा अलग-अलग तरह से नजर आता है। लेकिन सबसे ज्यादा चर्बी पेट (Belly Fat) के आसपास जमा होती है, जो देखने में काफी खराब लगती है और सेहत पर भी बुरा प्रभाव डालती है। बेली फैट होने के कारण कारण हो सकते हैं। हालांकि लोगों के बीच बेली फैट होने और इसे कम करने को लेकर कई तरह के मिथक है, जिन पर लोग आसानी से विश्वास कर लेते हैं। हार्मोन और गट हेल्थ कोच डायटिशियन मनप्रीत कालरा ने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट शेयर कर बेली फैट से जुड़े कुछ मिथक और फैट्स के बारे में बताया है।
बेली फैट से जुड़े मिथक और फैक्ट्स – Myths And Facts About Belly Fat in Hindi
मिथक 1- क्रंचेज और सिट-अप्स पेट की चर्बी को कम करते हैं।
सच्चाई- जी नहीं, क्रंचेस और सिट-अप्स सीधे तौर पर पेट की चर्बी को नहीं जलाते हैं। हालांकि पेट को टोन करने का काम कर सकते हैं। फैट बर्न करने के लिए कार्डियो, शक्ति प्रशिक्षण और संतुलित आहार ज्यादा प्रभावी होते हैं।
मिथक 2: पेट की चर्बी सिर्फ दिखावे से जुड़ी है।
सच्चाई- पेट की चर्बी सिर्फ दिखती नहीं है, बल्कि ये स्वास्थ्य से जुड़ी समस्या का कारण बन सकता है। खासकर आंत की चर्बी (पेट के अंदर के अंगों के आसपास जमा चर्बी) दिल से जुड़ी बीमारियों, टाइप 2 डायबिटीज, खराब कोलेस्ट्रॉल, ट्राइग्लिसराइड्स और कैंसर का कारण बन सकती है।
मिथक 3: फैट खाने से पेट की चर्बी बढ़ती है।
सच्चाई- नहीं, हेल्दी फैट रिच फूड्स खाने से पेट की चर्बी नहीं बढ़ती है। बल्कि चिया बीज, एवोकाडो और नट्स जैसे स्वस्थ वसा वजन घटाने और स्वास्थ्य को बेहतर रखने में मदद करते हैं।
इसे भी पढ़ें- गर्मियों में बैली फैट कम करने के लिए पिएं ये 3 ड्रिंक्स, तेजी से घटेगी जिद्दी चर्बी
मिथक 4- पेट की चर्बी जेनेटिक तय करती है।
सच्चाई- आपका खान-पान और लाइफस्टाइल पेट की चर्बी का कारण बनते हैं। इसलिए पेट की चर्बी कम रखने और हेल्दी रहने के लिए आप स्वस्थ आहार और शारीरिक गतिविधियों को अपने रूटीन में शामिल करें और तनाव को कंट्रोल करें।
मिथक 5: क्रैश डाइट से पेट की चर्बी तेजी से कम होती है।
सच्चाई- नहीं, क्रैश डाइट से पेट की चर्बी कम नहीं होती है। क्रैश डाइट से वजन कम हो सकता है, लेकिन यह अस्थायी होता है और इससे आपकी मांसपेशियां कमजोर हो सकती हैं और चयापचय भी धीमा हो सकता है।
Image Credit- Freepik
इस जानकारी की सटीकता, समयबद्धता और वास्तविकता सुनिश्चित करने का हर सम्भव प्रयास किया गया है हालांकि इसकी नैतिक जि़म्मेदारी ओन्लीमायहेल्थ डॉट कॉम की नहीं है। हमारा आपसे विनम्र निवेदन है कि किसी भी उपाय को आजमाने से पहले अपने चिकित्सक से अवश्य संपर्क करें। हमारा उद्देश्य आपको जानकारी मुहैया कराना मात्र है।