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झमाझम वर्षा के दौरान जहां स्कूलों में अवकाश घोषित कर दिया था और लोगों का घरों से निकलना मुश्किल था. ऐसी स्थिति में भी कुछ ग्राम पंचायतों में प्रतिदिन 60 से 70 मनरेगा मजूदरों के काम करने की हाजिरी लगा दी गई. इसकी जानकारी होने पर जिला लोकपाल मनरेगा शिशुपाल मौर्य ने जांच की तो विभागीय कर्मचारियों के साथ ही ग्राम प्रधान भी मौके पर नहीं मिला.
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