बरेली – कहा जाता है कि कठिन रास्तों से कभी ना घबराएं, क्योंकि कठिन रास्ते हमेशा खूबसूरत मंजिल की ओर लेकर जाते है। अगर दृढ़ निश्चय हो और समर्पण भाव से किसी भी काम में लगा जाए तो मंजिल पाना मुश्किल नहीं है। ऐसा ही कुछ कर दिखाया है गांव इटौआ बेनीराम की रहने वाली गंगा ने। गंगा ने सभी समस्याओं से लड़ते हुए अपने शौक को जरिया बनाकर आज खुद न केवल खिलौना बनाने का कारोबार खड़ा किया, बल्कि गांव की करीब 15 महिलाओं को रोजगार भी उपलब्ध करा रही हैं।
गंगा ने बताया कि तीन साल पहले गंगा ने खिलौने बनाने का काम शुरू किया था। अब जितने खूबसूरत तरीके से परिवार को संभालती हैं उतनी ही तन्मयता से काम को भी पंख दिए हैं। यही वजह है कि आज उनके बनाए खिलौने आसपास के जिलों में भी काफी पसंद किए जाते हैं। गंगा ने बताया कि साल 2021 में शौक के लिए सॉफ्ट टॉय बनाने का प्रशिक्षण लिया था। लोग भी मेरे बनाए खिलौनों की तारीफ करते थे। इसलिए मैंने अपना काम करने का फैसला किया। मुझे यह करना पसंद था, इसलिए इस काम को मेहनत और मन से किया। पहले महज एक दुकान थी, अब प्रयास करके कई जगह स्टॉल लगाती हूं। अन्य महिलाओं को भी सिखाया है, सभी मेरे साथ एक परिवार की तरह काम करती हैं।
क्या आईं चुनौतियां-
गंगा ने बताया कि कोई भी काम करने पर चुनौतियां आती ही हैं। जितना आप आगे बढ़ना चाहेंगे, उतनी ही प्रकृति आपकी परीक्षा लेती है। महत्वपूर्ण है दृढ़ निश्चय के साथ किसी भी काम को करना। पहले काम शुरू किया तो बच्चों को बेहतर स्कूल शिक्षा और परवरिश देने का प्रयास किया। काम के बीच उन पर ध्यान दे पाना चुनौतीपूर्ण रहा। इस बीच ननद के परिवार में हादसा हुआ और उनके बच्चों की जिम्मेदारी भी मेरे ऊपर आ गई, लेकिन मैंने हार नहीं मानी और बच्चों के साथ काम पर भी ध्यान दिया। वक्त के साथ सफलता मिलती चली गई।
अन्य महिलाओं को सलाह
मैं यही कहना चाहती हूं, कि काम वही करिए, जिसमें आपको अच्छा लगे, क्योंकि वहां आप बेहतर कर सकते हैं। एक महिला के लिए आत्मनिर्भर बनने से ज्यादा खूबसूरत कुछ भी नहीं है। प्रयास करें और आगे बढ़ें। यह जानकर आत्मबल मिलता है कि मेरे साथ काम करने वाली सभी महिलाएं आत्मनिर्भर हैं।