सरकारी बैंक ऑफ बड़ौदा ने शुक्रवार को बताया कि 31 मार्च 2024 को समाप्त चौथी तिमाही में उसका शुद्ध लाभ 2.3% बढ़कर ₹4,886 करोड़ हो गया। यह पिछले साल की इसी तिमाही में ₹4,775 करोड़ था। बैंक की कुल आय 33,775 करोड़ रुपये रही, जो एक साल पहले इसी अवधि में 29,323 करोड़ रुपये थी। ब्याज आय 29,583 करोड़ रुपये रही, जो एक साल पहले इसी तिमाही में 25,857 करोड़ रुपये थी।
बैंक की संपत्ति की क्वालिटी में लगातार सुधार हो रहा है। मार्च 2024 के अंत तक बैंक के दिए गए कुल लोन में से बैड लोन की मात्रा घटकर 2.92% हो गई है, जो एक साल पहले 3.79% थी। यही नहीं, बैंक को दिए गए लोन चुकाने में परेशानी का सामना करने वाले ग्राहकों का अनुपात भी कम हुआ है।
यह आंकड़ा 0.89% से घटकर 0.68% पर आ गया है। इन सुधारों की वजह से बैंक को कम प्रावधान करना पड़ा है, जिससे उसकी बचत बढ़ी है। प्रावधान 1,421 करोड़ रुपये से घटकर 1,302 करोड़ रुपये रह गए हैं। बैंक का प्रावधान कवरेज अनुपात मार्च 2024 के अंत में 93.30% रहा।
इसके अलावा, बैंक का मुनाफा भी पिछले साल के 14,110 करोड़ रुपये के मुकाबले 26% बढ़कर 17,789 करोड़ रुपये हो गया है।
बैंक की कुल कमाई पिछले साल के मुकाबले 28% बढ़कर 1,27,101 करोड़ रुपये हो गई है। कुल मिलाकर बैंक का कारोबार काफी बढ़ा है। अच्छी खबर यह भी है कि बैंक ने वित्त वर्ष 2023-24 के लिए प्रति शेयर 7.60 रुपये का लाभांश देने की सिफारिश की है, हालांकि इस पर अंतिम फैसला आगामी बैठक में होना है। बैंक की मजबूती को दर्शाने वाले और भी संकेत हैं।
पूंजी पर्याप्तता अनुपात (CRAR) 16.24% से बढ़कर 16.31% हो गया है। CRAR जितना ज्यादा होता है, बैंक उतना ही मजबूत माना जाता है। साथ ही, मार्च 2024 के अंत में बैंक का शुद्ध ब्याज मार्जिन (NIM) भी 3.18% रहा है।
First Published – May 10, 2024 | 4:04 PM IST