वर्तमान समय में बिगड़ी लाइफस्टाइल और खानपान की आदतों का बुरा असर लोगों के जीवन और स्वास्थ्य पर पड़ रहा है। आज के समय में ज्यादातर लोग तनाव और एंग्जायटी के साथ-साथ कई तरह की शारीरिक समस्याओं से परेशान हैं। सेहतमंद रहने के लिए जरूरी है कि आप रोजाना हेल्दी डाइट फॉलो करें और भोजन में ऐसी चीजों को शामिल करें, जिनसे शरीर को सही पोषण मिले। आयुर्वेद के अनुसार लोगों को हेल्दी रहने के लिए अपने खानपान की आदतों को मौसम के अनुसार बदलते रहना चाहिए और एक हेल्दी लाइफस्टाइल मेंटेन करनी चाहिए। आज के समय में खराब खाने की आदतों के कारण एसिडिटी और अपच जैसी समस्याएं आम हो गई हैं। इन समस्याओं को दूर करने के लिए आप आयुर्वेदिक उपाय आजमा सकते हैं। केले का फूल एक ऐसा ही प्राकृतिक उपाय है, जो इन समस्याओं से राहत दिलाने में सहायक हो सकता है। इस लेख में रामहंस चेरिटेबल हॉस्पिटल के आयुर्वेदिक डॉक्टर श्रेय शर्मा (Ayurvedic doctor Shrey Sharma from Ramhans Charitable Hospital) से जानिए केले के फूल का उपयोग और फायदे क्या हैं?
केले के फूल के फायदे
डॉक्टर ने बताया कि आयुर्वेद में केले के फूल को ठंडा और पित्त को कम करने वाला बताया गया है। जिन लोगों को एसिडिटी और डाइजेशन से जुड़ी समस्याएं रहती हैं उनके लिए केले के फूल का सेवन लाभकारी हो सकता है।
इसे भी पढ़ें: गेहूं का चोकर खाने से सेहत को मिलते हैं कई फायदे, फेंकने के बजाय आटे में मिलाकर बनाएं रोटी
1. केले के फूल में विटामिन, फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट्स जैसे कई प्रकार के पोषक तत्व होते हैं, जो हमारे पाचन तंत्र को स्वस्थ बनाए रखने में मदद करते हैं और एसिडिटी एवं अपच जैसी समस्याओं से राहत दिलाते हैं।
2. केले के फूल का उपयोग डायबिटीज को मैनेज करने और कोलेस्ट्रॉल को कम करने में सहायक हो सकता है।
3. केले के फूल में मैग्नीशियम अच्छी मात्रा में होता है, ऐसे में इसका सेवन करने से तनाव की समस्या कम हो सकती है और मानसिक स्वास्थ्य बेहतर हो सकता है।
4. केले के फूल में मौजूद फाइबर पाचन तंत्र को सुधारने में सहायक होता है। यह पाचन क्रिया को बेहतर बनाकर अपच की समस्या को दूर करता है।
5. केले के फूल में मौजूद गुण पेट की एसिडिटी को कम करने में मदद करते हैं। केले के फूल का सेवन एसिड के उत्पादन को नियंत्रित करता है और एसिडिटी से राहत दिलाता है।
6. केले का फूल गट को हेल्दी रखने में मदद करता है। इसका सेवन पाचन एंजाइम को सक्रिय करता है, जिससे भोजन का पाचन अच्छी तरह से होता है और अपच की समस्या नहीं होती।
इसे भी पढ़ें: स्वस्थ रहने के लिए गिलोय के पत्तों और तने उपयोग कैसे करें? आयुर्वेदाचार्य से जानें
एसिडिटी एवं अपच में केले के फूल का उपयोग कैसे करें?
1. एसिडिटी एवं अपच की समस्या से राहत पाने के लिए मुट्ठीभर केले के फूलों को एक ब्लेंडर में पानी के साथ डालकर पीसें और फिर मलमल के कपड़े की मदद से छानकर पानी को अलग करें। केले के फूलों के इस पानी को आप सुबह के समय पिएं। इससे पेट से जुड़ी समस्याएं दूर हो सकती हैं।
2. केले के फूल को छोटे-छोटे टुकड़ों में काटकर, इसमें मसाले और हल्दी डालकर इसे स्वादिष्ट सब्जी के रूप में पकाया जा सकता है। यह सब्जी पाचन के लिए लाभकारी होती है।
3. केले के फूल का सेवन सूप के रूप में भी किया जा सकता है। यह सूप न केवल स्वादिष्ट होता है बल्कि पाचन तंत्र को भी मजबूत बनाता है।
4. केले के फूल का रस एसिडिटी और अपच में राहत दिलाता है, इसमें शहद और नींबू का रस मिलाकर पी सकते हैं।
केले का फूल एक प्राकृतिक और आयुर्वेदिक उपाय है, जो एसिडिटी और अपच जैसी समस्याओं से राहत दिलाने में कारगर है। इसमें मौजूद पोषक तत्व और एंटीऑक्सिडेंट्स पाचन तंत्र को स्वस्थ बनाए रखते हैं। ध्यान रखें कि अगर आपको पेट से जुड़ी ज्यादा समस्या है तो डॉक्टर से सलाह लें।
All Images Credit- Freepik