छोटी उम्र से ही योग और आसन करने की आदत डालनी चाहिए। इससे कई तरह के रोगों से बचाव हो सकता है। कुछ आसन हैं, जो किड्स के करने के लिए मजेदार हैं और इनके फायदे भी बहुत हैं।
योग मन और शरीर दोनों के स्वास्थ्य को बेहतर करता है। योग किसी व्यक्ति के शारीरिक, मानसिक, भावनात्मक, बौद्धिक और आध्यात्मिक कल्याण में मदद कर सकता है। इसलिए छोटी उम्र से ही उचित मार्गदर्शन में योग का अभ्यास किया जा सकता है। शुरुआती दौर में बच्चों को कुछ ऐसे योग आसन से जोड़ना चाहिए, जो स्वास्थ्य लाभ देने के साथ-साथ मजेदार भी हों। ऐसे ही कुछ आसन हैं, जिन्हें करना आसान और मजेदार हैं, लेकिन इनके फायदे (yogasana for kids) बहुत हैं।
यहां हैं बच्चों के स्वास्थ्य के लिए मजेदार 4 योगासन (yogasana for kids health)
1 तितली आसन (Titli asan or butterfly pose)
योग इंस्ट्रक्टर डॉ. अमित खन्ना बताते हैं, ‘तितली मुद्रा लोकप्रिय आसनों में से एक है, जिससे शरीर को आराम मिलता है। तितली आसन को बद्ध कोणासन के नाम से भी जाना जाता है। यह आसन पीठ के तनाव को कम करने के साथ-साथ शरीर और दिमाग को भी आराम देता है।’
कैसे करना चाहिए तितली आसन (How to do butterfly pose)
• सबसे पहले पैरों को अंदर की ओर मोड़कर बैठ जाएं, ताकि पैर की उंगलियां एक-दूसरे को छूएं।
• एड़ियां पेल्विस क्षेत्र को छूना चाहिए। हाथों को पंजों पर रखें। सहारे के लिए हाथों को पैरों के नीचे रख सकते हैं।
•एड़ियों को जननांगों के जितना करीब हो सके लाने की कोशिश करें। इनर थाय, पेल्विस और थाय के बीच का क्षेत्र विशेष रूप से एनस और जननांग भाग के बीच का क्षेत्र खिंच सकता है।
•पीठ सीधी रखें, जिससे पीठ के निचले हिस्से को मजबूत बनाने में मदद मिल सकती है।
• फिर गहरी सांस लें और बाहर छोड़ें। जांघों और घुटनों को फर्श की ओर मोड़ें। जांघों को तितली की तरह फड़फड़ाना शुरू करें।
• समग्र प्रक्रिया धीरे-धीरे शुरू होनी चाहिए और धीरे-धीरे गति बढ़ानी चाहिए और रुकनी चाहिए। सांस लेने की प्रक्रिया पूरे समय स्थिर रहनी चाहिए।
2 कपोतासन (Kapotasana or pigeon pose)
योग इंस्ट्रक्टर डॉ. अमित खन्ना बताते हैं, ‘कपोतासन एक विशेष योगासन है, जिसकी मदद से कूल्हों के जोड़ों को लचीला बनाया जा सकता है। इससे पीठ के निचले हिस्से की समस्याओं को दूर किया जा सकता है। शरीर की मांसपेशियां मजबूत होती हैं।
कैसे करें कपोतासन (How to do pigeon pose)
• दाहिने घुटने को दाहिनी कलाई की ओर आगे लाएं।
• बाएं पैर को पीछे की ओर खिसकाएं और पैर की उंगलियों को इंगित करें, जैसे एड़ी छत की ओर हो।
• पैरों को एक-दूसरे की ओर खींचकर कूल्हों को एक साथ लाएं।
• जैसे ही सांस लें रीढ़ को स्ट्रेच करें, नाभि को अंदर खींचें और चेस्ट खोलें।
• जैसे ही आप सांस छोड़ती हैं, हाथों को आगे की ओर ले जाएं और ऊपरी शरीर को फर्श की ओर नीचे करें।
• 5 सांस या उससे अधिक समय तक रुकें।
• प्रत्येक सांस छोड़ते समय दाहिने कूल्हे में तनाव को दूर करने का प्रयास करें।
• मुद्रा से बाहर आने के लिए हाथों से पीछे की ओर धकेलें
• कूल्हों को ऊपर उठाएं और पैर को चारों तरफ पीछे ले जाएं। दूसरी तरफ दोहराएं।
3 मंडुकासन योग या मेंढक आसन (Frog pose or mandukasana)
मंडुकासन योग या मेंढक आसन को हिप-ओपनर आसन के रूप में जाना जाता है । यह कूल्हे को खींचने और फैलाने पर ध्यान केंद्रित करने में मदद करता है। इससे मांशपेशियां मजबूत होती हैं। इसका प्रभाव तन और मन दोनों पर होता है।
कैसे करें मंडुकासन योग या मेंढक आसन (how to do frog pose)
• हाथों और घुटनों को फर्श से छूते हुए टेबलटॉप स्थिति में बैठें।
• भुजाओं को कंधे और घुटनों की सीध में कूल्हों के नीचे रखें और कुछ सेकंड के लिए रुकें।
• टखनों और पैरों को घुटनों की सीध में रखते हुए धीरे-धीरे दोनों घुटनों को बगल की ओर ले जाना शुरू करें।
• लगातार सांस लेते रहें। जांघों और कूल्हों सहित निचले शरीर में खिंचाव महसूस करें।
• कूल्हे खुले रखें, पैरों को बाहर की ओर मोड़ें। एड़ियों को तब तक फैलाएं जब तक भीतरी पैर, टखने और घुटने फर्श को न छू लें। बिगिनर होने की स्थिति में स्ट्रेचिंग के दौरान तनाव कम करने के लिए घुटने तक लंबे कंबल का उपयोग किया जा सकता है।
• धीरे-धीरे फोरआर्म और कोहनियों को फर्श पर गिराएं और हथेलियां ज़मीन पर सपाट रखें। लगभग पांच से दस सांसों तक यहीं रुकें।
• सांस छोड़ें, बाहों को आगे बढ़ाएं और पेट, छाती और ठुड्डी को फर्श के समानांतर नीचे लाएं।
• कूल्हों को पीछे की ओर ले जाएं और उन्हें स्थिर रखें। इस मुद्रा को दो से तीन सांसों तक बनाए रखें। सहज महसूस करने पर इस आसन को दोबारा किया जा सकता है।
4 वृक्षासन (Vrikshasana or tree pose)
वृक्षासन एक संतुलन आसन है। यह शरीर को संतुलित बनाता है। यह मन को केंद्रित करता है।
कैसे करें वृक्षासना (how to do tree pose)
ताड़ासन में खड़े हो जाएं।
पैर की उंगलियों को फैलाएं, पैरों को मैट पर स्थिर (yogasana for kids) रखें।
पैर की मांसपेशियों को मजबूत करें।
पेट के निचले हिस्से को धीरे से ऊपर उठाने के लिए अपने सामने के कूल्हे को लोअर रिब की ओर उठाएं।
छाती को ऊपर उठाते हुए गहरी सांस लें।
अपने कंधे के ब्लेड को पीठ के नीचे खींचते हुए सांस छोड़ें।
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