अलीबाबा ग्रुप (Alibaba Group) ने एक चाइनीज AI स्टार्टअप में बड़े पैमाने पर निवेश किया है। इससे साफ है कि ई-कॉमर्स फर्म फिर से ग्रोथ के लिए पूंजी निवेश कर रही है। साथ ही, अलीबाबा अब टेन्सेन्ट होल्डिंग्स लिमिटेड (Tencent Holdings Ltd.) और माइक्रोसॉफ्ट (Microsoft) की तरह उन कंपनियों में शामिल हो गया है, जो जेनरेटिव आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (generative AI) पर बड़े पैमाने पर दांव लगा रही हैं। जेनरेटिव AI ऐसी टेक्नोलॉजी है, जिससे चैटजीपीटी (ChatGPT) को मदद मिलती है।
मामले से वाकिफ सूत्रों ने बताया कि अलीबाबा ने मूनशॉट AI में 1 अरब डॉलर के फंडिंग राउंड की अगुवाई की है और इसके मौजूदा निवेशक मोनोलिथ मैनेजमेंट (Monolith Management) ने एक साल पुरानी इस फर्म की वैल्यूएशन को 8 गुना से ज्यादा बढ़ाकर 2.5 अरब डॉलर कर दिया है। मूनशॉट AI की शुरुआत मार्च 2023 में हुई थी और यह चीन में जेनरेटिव आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस डिवेलप करने वाली जानीमानी स्टार्टअप्स में शामिल है। जेनरेटिव आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के क्षेत्र में इस स्टार्टअप के काम को जमकर सराहा जा रहा है और इस वजह से कंपनी में कई निवेशकों की दिलचस्पी काफी तेजी से बढ़ी है।
ऐसा भी माना जा रहा है कि यह स्टार्टअप आने वाले समय में OpenAI (ओपनएआई) और गूगल जैसी दिग्गज टेक्नोलॉजी कंपनियों की बराबरी कर सकती है। हालांकि, इसमें अभी थोड़ा वक्त लग सकता है। कंपनी ने पिछले साल नवंबर में किमी चैटबॉट (Kimi chatbot) लॉन्च किया था और इसके बाद यह AI ऐप्लिकेशंस तैयार करने के मकसद से डिवेलपर्स के लिए प्लेटफॉर्म भी लॉन्च कर चुकी है। जब इसे शुरुआती फंडिंग मिली थी, जो इसकी वैल्यूएशन महज 30 करोड़ डॉलर थी।
फंड जुटाने के बारे में पूछे जाने पर मूनशॉट AI ने कोई भी टिप्पणी करने से मना कर दिया। फंडिंग के हालिया दौर के बारे में सबसे पहले स्थानीय मीडिया ने खबर छापी थी। बहरहाल, मोनोलिथ ने इस कंपनी के हालिया दौर की फंडिंग में शामिल होने की पुष्टि की है। हालांकि, उसने भी इस बारे में और कोई जानकारी देने से मना कर दिया। अलीबाबा के प्रतिनिधियों ने भी इस मामले में कुछ भी टिप्पणी करने से मना कर दिया।