• Whatsapp
  • Phone
  • Bareilly News
  • Bareilly Business
  • Register
  • Login
  • Add Post
ADVERTISEMENT
Home बरेली न्यूज़

Akshaya Tritiya 2024: क्यों मनाई जाती है अक्षय तृतीया, जानिए सतयुग-त्रेतायुग से लेकर भगवान विष्णु और परशुराम तक जुड़ी मान्यताएं

bareillyonline.com by bareillyonline.com
8 May 2024
in बरेली न्यूज़
4 0
0
Akshaya Tritiya 2024: क्यों मनाई जाती है अक्षय तृतीया, जानिए सतयुग-त्रेतायुग से लेकर भगवान विष्णु और परशुराम तक जुड़ी मान्यताएं
6
SHARES
35
VIEWS
WhatsappFacebookTwitterThreads

[ad_1]

इसी दिन भगवान विष्णु ने नर नारायण का अवतार भी लिया था। भगवान परशुराम का जन्म भी अक्षय तृतीया को ही हुआ था।

By Ekta Sharma

अपना शहर Bareilly Online

बरेली में सेटेलाइट फ्लाईओवर का निर्माण: पीलीभीत बाइपास पर जाम से मिलेगी राहत

बिजली केबिल जोड़ने से मना करने पर नवाबगंज में लोगों ने बिजलीघर में ताला जड़कर हंगामा किया।

बरेली में आध्यात्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए नाथ परंपरा पर एक भव्य डॉक्यूमेंट्री बनाने की योजना है।

Publish Date: Wed, 08 May 2024 02:11:15 PM (IST)

Updated Date: Wed, 08 May 2024 02:11:15 PM (IST)

Akshaya Tritiya 2024: क्यों मनाई जाती है अक्षय तृतीया, जानिए सतयुग-त्रेतायुग से लेकर भगवान विष्णु और परशुराम तक जुड़ी मान्यताएं
अक्षय तृतीया से जुड़ी है कई मान्यताएं।

HighLights

  1. इस साल अक्षय तृतीया का त्योहार 10 मई शुक्रवार को मनाया जाने वाला है।
  2. अक्षय तृतीया पर माता लक्ष्मी और कुबेर देव की पूजा की जाती है।
  3. अक्षय तृतीया को कई कारणों से साल का सबसे शुभ दिन माना जाता है।

धर्म डेस्क, इंदौर। Akshaya Tritiya 2024: वैशाख शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को अक्षय तृतीया के रूप में मनाया जाता है। अक्षय तृतीया में कई तरह की नई चीजें खरीदी जाती है और दान-पुण्य के कार्य किए जाते हैं। अक्षय तृतीया पर खासतौर पर सोने की खरीदारी की जाती है। इस साल अक्षय तृतीया का त्योहार 10 मई शुक्रवार को मनाया जाने वाला है। अक्षय तृतीया पर माता लक्ष्मी और कुबेर देव की पूजा की जाती है। इस दिन सूर्य और चंद्रमा दोनों अपनी उच्च राशि में स्थित होते हैं।

अक्षय तृतीया मुहूर्त

वैशाख शुक्ल तृतीया तिथि 10 मई 2024 को प्रातः 4:17 बजे प्रारंभ होगी। वहीं, यह तिथि 11 मई को 02:50 बजे समाप्त होगी। ऐसे में अक्षय तृतीया का त्योहार 10 मई, शुक्रवार को मनाया जाएगा। इस दिन पूजा का शुभ समय सुबह 5.33 बजे से दोपहर 12.18 बजे तक रहेगा।

क्यों मनाई जाती है अक्षय तृतीया?

अक्षय तृतीया को कई कारणों से साल का सबसे शुभ दिन माना जाता है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, अक्षय तृतीया से ही सतयुग और त्रेतायुग का आरंभ हुआ था। इसी दिन भगवान विष्णु ने नर नारायण का अवतार भी लिया था। भगवान परशुराम का जन्म भी अक्षय तृतीया को ही हुआ था। इसी शुभ तिथि से भगवान गणेश ने महाभारत काव्य लिखना प्रारंभ किया था।

इतना ही नहीं, बद्रीनाथ के कपाट केवल अक्षय तृतीया से ही खुलते हैं और केवल इसी दिन ही वृन्दावन में भगवान बांके बिहारी जी के चरणों के दर्शन होते हैं। कहा जाता है कि इसी दिन मां गंगा भगवान विष्णु के चरणों से धरती पर अवतरित हुई थीं। वैशाख शुक्ल तृतीया तिथि को अक्षय तृतीया या आखा तीज के रूप में भी जाना जाता है। इसे अक्षय तीज भी कहते हैं।

डिसक्लेमर

‘इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।’

  • ABOUT THE AUTHOR
    Author

    एकता शर्मा नईदुनिया डिजिटल में सब एडिटर के पद पर हैं और बीते 2 वर्षों से पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय हैं। डिजिटल मीडिया में काम करने का अनुभव है। साल 2022 से जागरण न्यू मीडिया (JNM) से जुड़ी हैं और Naiduni …

[ad_2]

Source link

Categories

  • बरेली न्यूज़
  • बरेली बिज़नेस
  • बरेली ब्लॉग
edit post

बरेली में सेटेलाइट फ्लाईओवर का निर्माण: पीलीभीत बाइपास पर जाम से मिलेगी राहत

8 August 2025
edit post

बिजली केबिल जोड़ने से मना करने पर नवाबगंज में लोगों ने बिजलीघर में ताला जड़कर हंगामा किया।

8 August 2025
edit post

बरेली में आध्यात्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए नाथ परंपरा पर एक भव्य डॉक्यूमेंट्री बनाने की योजना है।

8 August 2025

UPLOAD

LOGIN

REGISTER

HELPLINE

No Result
View All Result
  • बरेली न्यूज़
  • बरेली ब्लॉग
  • बरेली बिज़नेस
  • Contact

© 2025 Bareilly Online bareillyonline.