अगर आप नहीं चाहते कि पूजा के दौरान किसी भी तरह की बाधा आए, तो पूजा के दौरान इस्तेमाल होने वाली चीजें पहले ही इकट्ठा कर लें।
By Ekta Sharma
Publish Date: Sun, 05 May 2024 02:02:52 PM (IST)
Updated Date: Sun, 05 May 2024 02:02:52 PM (IST)
HighLights
- मासिक शिवरात्रि वैशाख माह में 6 मई को मनाई जाने वाली है।
- रात्रि में भगवान शिव की पूजा करने की परंपरा है।
- भगवान शिव की पूजा विधि-विधा से करनी चाहिए।
धर्म डेस्क, इंदौर। Masik Shivratri 2024: हर माह मासिक शिवरात्रि पर्व मनाया जाता है, यह बहुत ही पवित्र माना जाता है। मासिक शिवरात्रि भगवान शिव की आराधना के लिए समर्पित होती है। हर महीने कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को शिवरात्रि का मासिक पर्व मनाया जाता है। इस बार मासिक शिवरात्रि वैशाख माह में 6 मई को मनाई जाने वाली है।
मान्यता के अनुसार, मासिक शिवरात्रि पर भगवान की पूजा और व्रत करने से घर में हमेशा सुख-समृद्धि बनी रहती है। अगर आप नहीं चाहते कि पूजा के दौरान किसी भी तरह की बाधा आए, तो पूजा के दौरान इस्तेमाल होने वाली चीजें पहले ही इकट्ठा कर लें। आइए, जानते हैं कि मासिक शिवरात्रि पर इस्तेमाल होने वाली पूजा सामग्री कौन सी है।
मासिक शिवरात्रि पूजा सामग्री लिस्ट
शहद, दही, देसी घी, धतूरा, फूल, बेलपत्र, चंदन, रोली, दीपक, पूजा के बर्तन, गंगाजल और साफ जल।
मासिक शिवरात्रि तिथि और शुभ मुहूर्त
वैशाख मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि 6 मई को दोपहर 2.40 बजे शुरू होगी। वहीं यह तिथि 7 मई को सुबह 11:40 बजे समाप्त होगी। मासिक शिवरात्रि के दौरान रात्रि में भगवान शिव की पूजा करने की परंपरा है। ऐसे में मासिक शिवरात्रि का व्रत 6 मई, सोमवार को रखा जाएगा।
पूजा के दौरान इन मंत्रों का करें जाप
शिव मूल मंत्र
ॐ नमः शिवाय॥
रूद्र मंत्र
ॐ नमो भगवते रुद्राय ।
रूद्र गायत्री मंत्र
ॐ तत्पुरुषाय विद्महे महादेवाय
धीमहि तन्नो रुद्रः प्रचोदयात्॥
महामृत्युंजय मंत्र
ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्
उर्वारुकमिव बन्धनान् मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्॥
डिसक्लेमर
‘इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।’