सॉना बाथ की मदद से शरीर को रिलैक्स, हेल्दी और ग्लोई बनाने के साथ स्लिम व फिट बनाए रखने में भी मदद मिलती है। सॉना बाथ हीट थेरेपी का एक रूप है। जानते हैं किस प्रकार से वेटलॉस में है कारगर।
वेटलॉस के लिए लोग अक्सर कई प्रकार की डाइट और व्यायाम को फॉलो करने लगते हैं। मगर सॉना बाथ की मदद से शरीर को रिलैक्स, हेल्दी और ग्लोई बनाने के साथ स्लिम व फिट बनाए रखने में भी मदद मिलती है। हॉट स्टोन्स से निकलने वाली स्टीम मसल्स की स्टिफनेस को दूर कर कैलोरीज़ बर्न करने में मदद करते हैं। जानते हैं सॉना बाथ किस प्रकार से वेटलॉस में है कारगर।
सॉना बाथ किसे कहते हैं
सॉना बाथ हीट थेरेपी का एक रूप है। लकड़ी के कमरे में हॉट स्टोन्स, लकड़ी, बिजली या इंफ्रारेड लाइट वेव्स की मदद से दी जाती है। इस दौरान तापमान 158 और 212 फ़ारेनहाइट के मध्य सेट किया जाता है। आमतौर पर रिलैक्सेशन और वेलनेस के लिए इस प्रक्रिया का प्रयोग किया जाता है। अमेरिकन जर्नल ऑफ पब्लिक हेल्थ के मुताबिक शुरूआत में स्टीम बाथ 5 से 10 मिनट के लिए दी जाती है। उसके बाद इसकी समय अवधि बढ़ा दी जाती है।
वेटलॉस में किस प्रकार से है कारगर
जर्नल ऑफ़ द अमेरिकन मेडिकल एसोसिएशन के एक रिसर्च के अनुसार सॉना बाथ लेने से मॉडरेट एक्सरसाइज़ करने के समान कैलोरीज़ को बर्न करने में मदद मिलती है। साथ ही शरीर में ऊर्जा की मात्रा बढ़ने लगती है। सॉना बाथ से शरीर में स्वैटिंग बढ़ती है, जिससे वज़न कम होने लगता है।
रिसर्चगेट के अनुसार सॉना बाथ की मदद से 30 मिनट में 400 से 600 कैलोरीज़ बर्न करने में मदद मिलती है। बायोमेड रिसर्च इंटरनेशनल के रिसर्च पेपर के मुताबिक ओवरवेट व्यक्ति ने सॉना बाथ के 10 मिनट के 4 सेशन लिए, जिसके बाद उसका वज़न कम होने लगा। इससे मेटाबॉलिज्म बूस्ट होने लगता है और वॉटवेट कम होने लगता है।
साइंटीफिक वर्ल्ड जर्नल के अनुसार 19 और 20 साल के लोगों को सॉना बाथ के दो सेशन दिए गए। इन सेशन की अवधि 10 मिनट रही। इस दौरान ज्यादा बीएमआई वाले लोगों को अधिक स्वैटिंग के चलते वॉटर लॉस के कारण डिहाइड्रेशन का सामना करना पड़ा।
जानते हैं सॉना बाथ के फायदे
व्यायाम के बार शरीर को रिलैक्स रखने के लिए सॉना बाथ बेहद कारगर है। इससे मांसपेशियों में बने वाले तनाव को दूर करने में मदद मिलती है।
मेंटल हेल्थ को बूस्ट करने में मदद मिलती है। हीट के चलते शरीर में एंडोर्फिन हार्मोन रिलीज़ होने लगता है, जिससे एंग्जाइटी और हचंता से राहत मिलने लगती है।
मसल्स पेन को करने के लिए भी सॉना बाथ को प्रयोग करना चाहिए। इससे घुटनों, टांगों और बाजूओं समेत शारीरिक अंगों में होने वाला दर्द दूर होने लगता है।
हृदय संबधी समस्याओं का खतरा कम होने लगता है। इससे ब्लड सर्कुलेशन नियमित हो जाता है और स्ट्रोक की संभावना कम हो जाती है।
युनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया लॉस एजेल्स के अनुसार सॉना बाथ के दौरान रखें इन बातों का ख्याल
1. पानी पीएं
देर तक हीटिंग थेरेपी लेने से शरीर में निर्जलीकरण का खतरा पैदा हो जाता है। ऐसे में शरीर को हाइड्रेट रखने के लिए सॉना बाथ के दौरान पानी पीते रहें। इससे शरीर में इलेक्ट्रोलाइट्स की मात्रा बनी रहती है।
2. लंबे सेशन से बचें
वे लोग जो फ्रेशर है, उन्हें माइंड को रिलैक्स रखने के लिए शुरूआत 5 से 10 मिनट के स्मॉल सेशन से करनी चाहिए। इसके बाद धीरे धीरे सेशन का समय बढ़ाना चाहिए। इससे बढ़ रहे तनाव से मुक्ति मिलती है और वेटलॉस करना आसान हो जाता है।
3. अल्कोहल का सेवन न करें
युनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया लॉस एजेल्स के अनुसार हीटिंग थेरेपी से पहले या उसके दौरान अल्कोहल का सेवन न करें। इससे शरीर में डिहाइड्रेशन का खतरा बढ़ने लगता है। लो ब्लड प्रेशर और प्रेगनेंसी के दौरान डॉक्टर की सलाह के बाद ही सॉना बाथ लें।
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