एचडीएफसी बैंक में विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) के लिए निवेश की गुंजाइश मार्च 2024 में समाप्त तिमाही के दौरान बढ़कर 24.95 फीसदी हो गई, लेकिन वैश्विक सूचकांकों में उसके भारांक में इजाफे के लिए जरूरी एमएससीआई की सीमा से यह पांच आधार अंक कम रह गई।
नुवामा ऑल्टरनेटिव रिसर्च के अभिलाष पगारिया ने एक नोट में कहा कि विदेशी निवेश अब 55.54 फीसदी है जबकि इसके लिए 55.5 फीसदी का विदेशी निवेश जरूरी है। ऐसे में यह 5 आधार अंक से कम रह गया। इस तिमाही में और बिकवाली की संभावना के साथ अगस्त की समीक्षा में भारांक का समायोजन हो सकता है।
25 फीसदी की सीमा को छूने का मतलब होगा एमएससीआई सूचकांकों में एचडीएफसी बैंक का भारांक दोगुना होना। इससे पैसिव ट्रैकरों से अरबों डॉलर का निवेश आएगा।
निजी क्षेत्र के बैंक का शेयर 3 फीसदी चढ़कर 1,528 पर बंद हुआ। शेयर में तेजी मार्च तिमाही में बैंक की तरफ से कारोबार को लेकर उत्साहजनक जानकारी दिए जाने के कारण आई। जहां एचडीएफसी बैंक की जमाओं में मजबूती बनी हुई है जबकि लोन टु डिपॉजिट अनुपात घटा है।
मैक्वेरी ने एक नोट में कहा कि यह शेयर अभी भी वित्त वर्ष 25 ई के प्राइस टु बुक के करीब 2 गुना पर कारोबार कर रहा है जो उसके ऐतिहासिक औसत से काफी नीचे है। हमारा मानना है कि एचडीएफसी बैंक जैसे अच्छी गुणवत्ता वाले शेयरों को जोड़ने का सही वक्त है। इस क्षेत्र में एचडीएफसी बैंक हमारा अग्रणी पसंदीदा है और हमारी रेटिंग आउटपरफॉर्म है।
First Published – April 4, 2024 | 10:10 PM IST