महिलाओं में मसालेदार भोजन पेल्विक पेन सहित वेजाइनल बर्निंग का कारण बन सकता है। तो, आज हम बात करेंगे आखिर मसालेदार भोजन के सेवन से पैल्विक पेन और वेजाइनल बर्निंग क्यों होता है?
मसालें कई व्यंजनों का प्रमुख हिस्सा होते हैं। भारतीय व्यंजन से लेकर मैक्सिकन साल्सा तक, मसालें किसी भी भोजन को अधिक खास और प्रभावी बना देते हैं। हालांकि, मसालेदार भोजन जितने हेल्दी होते हैं, सेहत पर इनके उतने की साइड इफेक्ट्स भी नजर आ सकते हैं। मसलेदार भोजन से कुछ लोगों के पाचन क्रिया पर बेहद नकारात्मक असर देखने को मिलता है, तो कुछ लोगों के हार्ट और किडनी पर असर नजर आता है। इन सभी के अतिरिक्त महिलाओं में मसालेदार भोजन पेल्विक पेन सहित वेजाइनल बर्निंग का कारण बन सकता है। तो, आज हम बात करेंगे आखिर मसालेदार भोजन के सेवन से पैल्विक पेन और वेजाइनल बर्निंग क्यों होता है (what causes Vaginal burning)?
जानें मसालेदार भोजन से क्यों होती है वेजाइनल बर्निंग (what causes Vaginal burning)
पकौड़े और चाट जैसे मसालेदार भोजन खाने में बहुत आनंद आता है, लेकिन ये आपकी वेजाइना की सेहत के लिए हानिकारक हो सकती है। ऐसा इसलिए है क्योंकि अधिक मात्रा में मसालेदार भोजन खाने से योनि का पीएच स्तर कम हो जाता है, और संतुलन बिगड़ जाता है, जिससे आपको वेजाइना में जलन होता है साथ ही योनि संक्रमण का खतरा भी बढ़ जाता है।
मसालेदार भोजन ब्लैडर और यूरिनरी ट्रैक लाइनिंग में जलन पैदा कर सकते हैं। कैप्साइसिन कंपाउंड मिर्च की तासीर को गर्म बनता है, जो जलन को ट्रिगर करते हैं। इनका अधिक सेवन, ब्लैडर और यूरिनरी ट्रैक में सूजन पैदा कर सकता है, जिससे पेल्विक दर्द और असुविधाओं का अनुभव होता है।
दूसरा कारण यह है कि मसालेदार भोजन गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्याओं का कारण बन सकता है। जब आप मसालेदार भोजन खाती हैं, तो आपका शरीर भोजन को तोड़ने के लिए पेट में अधिक एसिड पैदा करता है। इससे एसिड रिफ्लक्स हो सकता है, जिससे पेल्विक क्षेत्र में दर्द और परेशानी हो सकती है। इसके अतिरिक्त, मसालेदार भोजन से दस्त या कब्ज हो सकता है, जिससे पेल्विक दर्द भी हो सकता है। वहीं ये सभी फैक्टर्स वेजाइनल बर्निंग का कारण बनते हैं।
जानें मसाला खाने के बाद वेजाइनल बर्निंग को कैसे कम करना है
1. प्रयाप्त मात्रा में पानी पिएं
यदि आपको स्पाइसी खाने की वजह से वेजाइनल बर्निंग हो रहा है, तो इस स्थिति में आपको खूब सारा पानी पीने की आवश्यकता होती है। प्रयाप्त मात्रा में पानी पीने से पेट को ठंडक पहुंचेगी और आप अधिक फ्रिक्वेंटली यूरिन पास कर पाएंगी, जिससे वेजाइनल बर्निंग को कम करने में मदद मिलेगी। पानी पीने से आपको धीरे धीरे अपनी स्थिति में सुधार देखने को मिलेगा।
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2. अन्य ठंडा और हाइड्रेटिंग ड्रिंक्स लें
स्पाइसी खाने के बाद वेजाइनल बर्निंग को अवॉइड करना है तो सबसे पहले अपने पेट को पर्याप्त ठंडक दें। इसके लिए नारियल पानी, नींबू पानी, खीरे का जूस, तरबूज का जूस, आदि जैसे हाइड्रेटिंग और कूलिंग ड्रिंक लें। इससे आपके पेट को राहत मिलेगी। यूरिन पास करते ही आपको जलन में कमी महसूस होगा। दिन में तीन से चार बार इन कूलिंग ड्रिंक्स के सेवन से आपको बेहतर महसूस होगा।
3. किसी ठंडी चीज से सिकाई करें
यदि आपको अपनी वेजाइना में अधिक जलन का अनुभव हो रहा है, तो किसी ठंडी चीज से अपनी वेजाइना की सिकाई करें। इसके लिए आप ठंडे पानी में कॉटन का कपड़ा गीला कर अपनी वेजाइना पर रख सकती हैं। इसके अलावा आइस पैक का इस्तेमाल किया जा सकता है। परंतु आइस पाक को कॉटन के कपड़े में लपेटना न भूले, अन्यथा यह आपकी वेजाइना की स्किन को जला सकता है।
4. पाचन संबंधी समस्याओं को ट्रीट करें
यदि आपने अधिक स्पाइसी खाया है और आपको कब्ज, एसिडिटी आदि जैसी पाचन संबंधी समस्या परेशान कर रही है और साथ ही आपकी वेजाइना में भी जलन हो रहा है, तो सबसे पहले आपको अपने पाचन संबंधी समस्याओं को ट्रीट करने पर ध्यान देना चाहिए। पाचन क्रिया के साथ एवं सक्रिय होने से वेजाइनल बर्निंग से काफी हद तक राहत मिलेगी।
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