• Whatsapp
  • Phone
  • Bareilly News
  • Bareilly Business
  • Register
  • Login
  • Add Post
ADVERTISEMENT
Home बरेली न्यूज़

Teji se vajan badhne ke kaaran,- तेजी से वजन बढ़ने के कारण

bareillyonline.com by bareillyonline.com
19 March 2024
in बरेली न्यूज़
4 0
0
Teji se vajan badhne ke kaaran,- तेजी से वजन बढ़ने के कारण
6
SHARES
35
VIEWS
WhatsappFacebookTwitterThreads

[ad_1]

वजन अचानक यूं ही नहीं बढ़ता, यह आपकी लाइफस्टाइल और सेहत में हो रहे बदलावों की ओर इशारा करता है। इसलिए जब भी वजन अचानक बढ़ने लगे, तो आपको इस पर गंभीरता से ध्यान देना चाहिए।

अपना शहर Bareilly Online

बरेली में सेटेलाइट फ्लाईओवर का निर्माण: पीलीभीत बाइपास पर जाम से मिलेगी राहत

बिजली केबिल जोड़ने से मना करने पर नवाबगंज में लोगों ने बिजलीघर में ताला जड़कर हंगामा किया।

बरेली में आध्यात्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए नाथ परंपरा पर एक भव्य डॉक्यूमेंट्री बनाने की योजना है।

शरीर के वज़न का अचानक बढ़ जाना चिंता का कारण बनने लगता है। हांलाकि उम्र बढ़ने के साथ शरीर के वज़न में उतार चढ़ाव आना सामान्य है। फिर भी शरीर के वज़न को मेंटेन करने के लिए कोई मील्स को स्किप करने लगता है, तो कोई एक्सरसाइज़ की मदद लेता है। मगर वेटलॉस जर्नी की शुरूआत करने से पहले वेटगेन के कारणों को जानना बेहद ज़रूरी है, जिससे शरीर हेल्दी वेटलॉस में मदद मिलती है। जानते हैं, वो कौन से कारण है, जिससे शरीर में तेज़ी से वज़न बढ़ने लगता है (Causes of sudden weight gain)।


इस बारे में मणिपाल हास्पिटल गाज़ियाबाद में हेड ऑफ न्यूट्रीशन और डाइटेटिक्स डॉ अदिति शर्मा बताती हैं कि रेडी टू ईट फूड का इनटेक बढ़ाने से शरीर में कई समस्याओं का खतरा बढ़ने लगता है और उन्हीं में से एक है मोटापा। प्रोसेस्ड फूड में शुगर और ऑयल की उच्च मात्रा शरीर में वेटगेन की समस्या को बढ़ाते हैं। इसके चलते महिलाओं को होर्मोनल इंटेंलेंस, थायरॉइड और कुपोषण का सामना करना पड़ता है। इससे शरीर में कैलोरीज़ जमा होने लगती हैं, जो मोटापे को बढ़ाती हैं। इसके लिए आहार में लो फैट फूड शामिल करें। साथ ही सॉल्यूबल फाइबर का इन्टेक बढ़ाने से भी मोटापे से बचा जा सकता है। शरीर में हेल्दी वेट को मेंटेन करने के लिए वज़न की रेगुलर मॉनिटरिग करें और वेटगेन का कारण जानने का प्रयास करें।

जानते हैं, वो कौन से कारण है, जिससे शरीर में तेज़ी से वज़न बढ़ने लगता है

1. प्रोटीन की कमी

इस बारे में युनिवर्सिटी ऑफ सिडनी के एक रिसर्च में पाया गया कि प्रोटीन की कमी मोटापे का कारण साबित हेती है। दरअसल, प्रोटीन की कमी बढ़ने से बार बार भूख लगने की समस्या का सामना करना पड़ता है। इसके चलते ओवरइटिंग और अनहेल्दी फूड इनटेक वेटलॉस को बढ़ाते हैं। डायटीशिन के अनुसार प्रोटीन की कमी से वॉटर रिटेंशन बढ़ता है, जिससे मोटापे का सामना करना पड़ता है।

Jaanein protein deficiency ke nuksaan
प्रोटीन की कमी बढ़ने से बार बार भूख लगने की समस्या का सामना करना पड़ता है। चित्र- अडोबी स्टॉक

2. तनाव का बढ़ना

शरीर में तनाव के चलते डिप्रेशन, हाईब्लड प्रेशर और इनसोमनिया के अलावा वेटगेन का सामना करना पड़ता है। एनआईएच की 2015 की एक स्टडी के अनुसार तनाव के कारण शरीर का मेटाबॉलिज्म स्लो होने लगता है। कोर्टिसोल एक स्ट्रेस हार्मोन है। शरीर में नियमित तौर पर इसका स्तर मौजूद रहने से शरीर में पोषण का स्तर उचित बनी रहता है। मगर स्टेरॉयड जैसी दवाओं के माध्यम से शरीर में कोर्टिसोल का स्तर बढ़ने से वजन में भी बढ़तरी होने लगती है।

3. हॉर्मोनल बदलाव

डायटीशियन डॉ अदिति शर्मा का कहना है कि पीरियड साइकिल की शुरूआत से लेकर पीसीओएस, प्रेगनेंसी और मेनोपॉज तक महिलाओं को होर्मोनल असंतुलन का सामना करना पड़ता है। पीसीओएस से ग्रस्त महिलाओं में पुरूष हार्मोन एण्ड्रोजन का स्तर बढ़ना फेशियल, हेयर, अनियमित पीरियड और वेटगेन का कारण बनता है।

यह भी पढ़ें

सिरदर्द लगातार बना हुआ है, तो लाइफस्टाइल में बदलाव के साथ आपको करना चाहिए इन 4 योगासनों का अभ्यास

इसके अलावा मेनोपाज़ के दौरान एस्ट्रोजन हार्मोन के स्तर में गिरावट आने से भी वेटगेन होने लगता है। वे महिलाएं, जो एंडोमेट्रियोसिस से पीड़ित होती हैं, उनके वज़न में भी तेज़ी से बढ़ोतरी होती है।

hormonal imbalance kaise control karein
मेनोपाज़ के दौरान एस्ट्रोजन हार्मोन के स्तर में गिरावट आने से भी वेटगेन होने लगता है। चित्र : शटरस्टॉक

4. होइपोथायरॉइडइज्म

शरीर में थायरॉइड जब अंडरएक्टिव स्थिति में होता है, तो उस कारण से शरीर में थायरॉइड ग्लैंण्ड कम होर्मोन बना पाती है। इसका असर मेटबॉलिज्म पर दिखने लगता है। मेटाबॉलिज्म वीक होने से कैलोरीज़ आसानी से बर्न नहीं हो पाती। इसके चलते महिलाओं को वेटगेन का सामना करना पड़ता है।

जानें इससे बचने के उपाय

1. सॉल्यूबल फाइबर का इन्टेक बढ़ाएं

आहार में घुलनशील फाइबर का इनटेक बढ़ाने से पाचनतंत्र मज़बूत होता है और भूख भी नियंत्रित रहती है। वेटलॉस जर्नी को आसान और हेल्दी बनाने के लिए डाइट में साबुत अनाज, चिया सीड्स, सब्जियों व फलों को शामिल करें। इसके नियमित सेवन से ब्लड शुगर, हृदय संबधी समस्याओं से मुक्ति मिल जाती है।

2. खाने की हैबिट्स को हेल्दी बनाएं

दिनभर अनहेल्दी फूड आइट्म्स को खाने से बचें। फ्राइड फूड और बैवरेजिज से शरीर में कैलोरीज़ जमा होने लगती है, जिससे इंस्टेट वेटगेन का सामना करना पड़ता है। एक्सपर्ट के अनुसार वेटगेन से बचने के लिए हेल्दी स्नैकिंग अपनाएं। साथ ही मौसमी फलों और सब्जियों को आहार में सम्मिलित करें।

Healthy snacking se weight control karein
वेटगेन से बचने के लिए हेल्दी स्नैकिंग अपनाएं।चित्र- अडोबी स्टॉक

3. करेक्ट पोर्शन में खाएं

बार बार होने वाली क्रेविंग से बचने के लिए हेल्दी मील्स लें। इससे शरीर में हेल्दी वेट मेंटेन करने में मदद मिलती है। एक ही समय में अधिक मात्रा में खाने से बचें। छोटी और हेल्दी मील्स को अपने रूटीन में शामिल करें। इससे मेटाबॉलिज्म बूस्ट होता है और शरीर में पोशक तत्वों की कमी को भी पूरा किया जा सकता है।

ये भी पढ़ें- अच्छे रिजल्ट नहीं मिलने देती एक्सरसाइज के दौरान की जाने वाली ये 5 मिस्टेक्स

[ad_2]

Source link

Categories

  • बरेली न्यूज़
  • बरेली बिज़नेस
  • बरेली ब्लॉग
edit post

बरेली में सेटेलाइट फ्लाईओवर का निर्माण: पीलीभीत बाइपास पर जाम से मिलेगी राहत

8 August 2025
edit post

बिजली केबिल जोड़ने से मना करने पर नवाबगंज में लोगों ने बिजलीघर में ताला जड़कर हंगामा किया।

8 August 2025
edit post

बरेली में आध्यात्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए नाथ परंपरा पर एक भव्य डॉक्यूमेंट्री बनाने की योजना है।

8 August 2025

UPLOAD

LOGIN

REGISTER

HELPLINE

No Result
View All Result
  • बरेली न्यूज़
  • बरेली ब्लॉग
  • बरेली बिज़नेस
  • Contact

© 2025 Bareilly Online bareillyonline.