Vastu Tips भगवान शिव की पूजा में धतूरा अर्पित करने का धार्मिक महत्व है। पौराणिक मान्यता है कि काले धतूरे में भगवान शिव का वास होता है।
By Sandeep Chourey
Publish Date: Fri, 08 Mar 2024 12:05 PM (IST)
Updated Date: Fri, 08 Mar 2024 12:06 PM (IST)
HighLights
- भगवान शिव की पूजा में धतूरा अर्पित करने का धार्मिक महत्व है।
- पौराणिक मान्यता है कि काले धतूरे में भगवान शिव का वास होता है।
- पारिवारिक रिश्तों में भी मजबूती आती हैं।
धर्म डेस्क, इंदौर। हिंदू ज्योतिष शास्त्र में पितृ दोष का विस्तार से उल्लेख मिलता है। जब किसी व्यक्ति के पूर्वजों की आत्मा को शांति नहीं मिलती है या कुंडली में पितृ दोष होता है तो जीवन में कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है। ऐसे में ज्योतिष शास्त्र में कई ऐसे उपायों के बारे में विस्तार से बताया गया है, जिसके जरिए पितृ दोष को खत्म किया जा सकता है। वास्तु एक्सपर्ट चैतन्य मलतारे के मुताबिक, घर में तुलसी के साथ कुछ पौधों को लगाने से पितृ दोष दूर होता है। इन पौधों को घर में लगाने से सुख, शांति और समृद्धि आती है।
तुलसी के साथ लगाएं आक का पौधा
तुलसी के साथ आक का पौधा लगाने से भी भगवान शिव प्रसन्न होते हैं। वास्तु शास्त्र में आक का पौधा शुभ माना जाता है। इसे घर में लगाने से सकारात्मक ऊर्जा आती है। घर के आंगन या फिर तुलसी के पौधे के पास इसे लगाने से अच्छे परिणाम मिलते हैं।
काला धतूरे का पौधा
भगवान शिव की पूजा में धतूरा अर्पित करने का धार्मिक महत्व है। पौराणिक मान्यता है कि काले धतूरे में भगवान शिव का वास होता है। यदि घर में आप तुलसी के साथ काला धतूरा भी लगाते हैं तो ऐसा करने पर परिवार पर भगवान शिव की कृपा बनी रहती है। पारिवारिक रिश्तों में भी मजबूती आती हैं। कार्यक्षेत्र में भी तरक्की के योग बनते हैं।
पितृदोष हो तो करें ये उपाय
पितृ दोष होने पर सुबह जल्द स्नान करना चाहिए। स्नान से पहले आक और काले धतूरे के पौधों में जल मिश्रित दूध अर्पित करें। वास्तु शास्त्र में यह मान्यता है कि काले धतूरे का पौधा लगाने और नियमित रूप से इसकी पूजा करने से कुंडली में मौजूद पितृ दोष से छुटकारा मिल सकता है।
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