नई दिल्ली. आईफोन (iPhone) विनिर्माता विस्ट्रॉन (Wistron) के बोर्ड ने टाटा समूह (TATA Group) को लगभग 12.5 करोड़ अमेरिकी डॉलर में अपनी भारतीय इकाई बेचने की मंजूरी दी है। इसके साथ ही टाटा समूह भारत का पहला आईफोन विनिर्माता बनने के लिए पूरी तरह तैयार है। विस्ट्रॉन ने एक बयान में कहा कि सौदे की कीमत लगभग 12.5 करोड़ अमेरिकी डॉलर आंकी गई है।
बयान में कहा गया, ”विस्ट्रॉन कॉर्प के निदेशक मंडल ने आज बैठक की और अपनी सहायक कंपनियों एसएमएस इन्फोकॉम (सिंगापुर) पीटीई लिमिटेड और विस्ट्रॉन हांगकांग लिमिटेड को टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स प्राइवेट लिमिटेड (टीईपीएल) के साथ विस्ट्रॉन इन्फोकॉम मैन्युफैक्चरिंग (इंडिया) प्राइवेट लिमिटेड (डब्ल्यूएमएमआई) में सौ प्रतिशत हिस्सेदारी बिक्री के लिए शेयर खरीद समझौते पर हस्ताक्षर करने की मंजूरी दी।”
दोनों पक्षों के संबंधित समझौतों पर हस्ताक्षर करने के बाद यह सौदा आवश्यक अनुमोदन प्राप्त करने के लिए आगे बढ़ेगा। बयान में कहा गया, “सौदा पूरा होने के बाद, विस्ट्रॉन विनियमन के अनुसार आवश्यक घोषणाएं करेगी और शेयर बाजारों को जानकारी देगी।” विस्ट्रॉन का संयंत्र बेंगलुरु के पास है। विस्ट्रॉन की घोषणा को इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी राज्य मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट में साझा किया।
PM @narendramodi Ji’s visionary PLI scheme has already propelled India into becoming a trusted & major hub for smartphone manufacturing and exports.
Now within just two and a half years, @TataCompanies will now start making iPhones from India for domestic and global markets from… pic.twitter.com/kLryhY7pvL
— Rajeev Chandrasekhar 🇮🇳 (@Rajeev_GoI) October 27, 2023
चंद्रशेखर ने टाटा टीम को विस्ट्रॉन का संचालन संभालने के लिए बधाई देते हुए कहा, “टाटा समूह अब भारत से घरेलू और वैश्विक बाजारों के लिए आईफोन बनाना शुरू करेगा।” चंद्रशेखर ने पोस्ट में कहा, “विस्ट्रॉन के योगदान के लिए धन्यवाद, और भारतीय कंपनियों के साथ भारत से वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला बनाने की दिशा में यह एप्पल के लिए बहुत अच्छा कदम है।” उन्होंने कहा कि आईटी मंत्रालय पूरी तरह वैश्विक स्तर की भारतीय इलेक्ट्रॉनिक कंपनियों के समर्थन में खड़ा है।