उत्तर प्रदेश पुलिस की साइबर क्राइम टीम ने एक बड़े साइबर फ्रॉड रैकेट का भंडाफोड़ करते हुए इसके मास्टरमाइंड प्रदीप कुमार सिंह को गिरफ्तार किया है। आरोपी पर ₹3.2 करोड़ से अधिक की धोखाधड़ी करने का आरोप है। यह रकम क्रिप्टोकरेंसी USDT में बदलकर विदेश भेजी गई थी। #CyberFraud#UPPolice#CryptoScam जांच के दौरान खुलासा हुआ कि प्रदीप कुमार सिंह ने सैकड़ों लोगों को निशाना बनाया, जिनमें सरकारी संस्थानों से जुड़े अधिकारी भी शामिल हैं। खासतौर पर भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान (IVRI), बरेली के एक वैज्ञानिक को भी इस रैकेट ने निशाना बनाया और लाखों की ठगी की। #IVRIScam#ScientistDuped#DigitalCrime आरोपी पीड़ितों को पहले फोन कॉल और सोशल मीडिया मैसेज के जरिए झांसे में लेता था। फिर उन्हें बैंक खातों में पैसा ट्रांसफर करने को मजबूर किया जाता था। इन पैसों को बाद में क्रिप्टो में बदलकर अंतरराष्ट्रीय वॉलेट्स में भेजा जाता था, जिससे ट्रैकिंग मुश्किल हो जाती थी। #SocialMediaFraud#CryptoTransfer#MoneyLaundering पुलिस ने प्रदीप के पास से लैपटॉप, मोबाइल फोन, कई फर्जी दस्तावेज, और डिजिटल वॉलेट्स की जानकारी बरामद की है। अब उसके नेटवर्क से जुड़े अन्य लोगों की तलाश जारी है। माना जा रहा है कि यह रैकेट कई राज्यों में फैला हुआ था। #CyberCrimeNetwork#FraudInvestigation#CryptoEvidence पुलिस अधिकारियों ने लोगों से अपील की है कि वे अनजान कॉल्स या मैसेज से सतर्क रहें और किसी भी प्रकार की संदिग्ध ऑनलाइन गतिविधि की तुरंत रिपोर्ट करें। साथ ही, ऑनलाइन पेमेंट करते समय 2-फैक्टर ऑथेंटिकेशन और अन्य सुरक्षा उपाय अपनाएं। #OnlineSafety#PublicAwareness#DigitalSecurity