बरेली में साइबर क्राइम से जुड़ा एक बड़ा मामला सामने आया है, जिसमें लखनऊ स्थित एक साइबर ठगी गिरोह ने एक रिटायर्ड वैज्ञानिक से 1.29 करोड़ रुपये की ठगी की। यह मामला बरेली पुलिस के पास दर्ज होते ही जांच शुरू हुई और 5 जुलाई 2025 को बड़ा खुलासा हुआ। #बरेलीसमाचार #CyberFraud #लखनऊगिरोह
बरेली पुलिस और लखनऊ एसटीएफ की संयुक्त टीम ने कार्रवाई करते हुए इस अंतरराज्यीय साइबर गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपी तकनीकी रूप से दक्ष हैं और देशभर में कई लोगों को ठगी का शिकार बना चुके हैं। #STFAction #CyberThugArrested #बरेलीपुलिस
एसपी क्राइम ने बताया कि यह गिरोह “डिजिटल अरेस्ट” जैसे नकली कानूनी झूठ से लोगों को डराता था। यह लोग कॉल कर बताते थे कि पीड़ित का नाम मनी लॉन्ड्रिंग केस में है, और खुद को CBI, NIA या अन्य जांच एजेंसी का अधिकारी बताकर बैंक डिटेल्स हासिल कर लेते थे। #DigitalArrestFraud #CyberScam #SPCrimeBareilly
पुलिस अब गिरोह के अन्य फरार सदस्यों की तलाश में जुटी है और मोबाइल फोन, लैपटॉप, फर्जी दस्तावेजों सहित कई डिजिटल सबूत भी जब्त किए गए हैं। पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि वे किसी भी अनजान कॉल या डराने वाले संदेशों से सतर्क रहें और तुरंत 1930 या साइबर पोर्टल पर शिकायत दर्ज करें। #CyberAwareness #साइबरजागरूकता #FraudAlert