How to Spot Early Signs of Stroke Quickly: हर साल 29 अक्टूबर को वर्ल्ड स्ट्रोक डे (World Stroke Day 2024) मनाया जाता है। इसका उद्देश्य स्ट्रोक के बारे में जागरूकता बढ़ाना और इसके लक्षणों, कारणों और बचाव के तरीकों के बारे में लोगों को शिक्षित करना है। स्ट्रोक, दुनियाभर में मौत और विकलांगता का एक प्रमुख कारण है। स्ट्रोक एक गंभीर चिकित्सा समस्या है जो तब होती है जब दिमाग में ब्लड सर्कुलेशन अचानक रुक जाता है। इससे दिमाग के टिशूज को ऑक्सीजन और पोषक तत्व नहीं मिल पाते, जिससे वे नुकसान पहुंचाते हैं। स्ट्रोक के मुख्य कारणों में हाई बीपी, डायबिटीज, हार्ट की बीमारी, धूम्रपान और उच्च कोलेस्ट्रॉल शामिल हैं। स्ट्रोक किसी भी उम्र के व्यक्ति को हो सकता है, लेकिन यह आमतौर पर 55 वर्ष और उससे ज्यादा उम्र के लोगों में होता है। जैसे-जैसे उम्र बढ़ती है, हार्ट और ब्लड वैसल्स में समस्याएं बढ़ने लगती हैं, जिससे स्ट्रोक का जोखिम भी बढ़ता है। इसके अलावा, परिवार की हिस्ट्री और जीवनशैली के कारण भी स्ट्रोक का खतरा बढ़ सकता है। अगर किसी व्यक्ति में स्ट्रोक के लक्षण दिखाई दें, जैसे चेहरे का झुकना, बांहों में कमजोरी या बोलने में कठिनाई, तो तुरंत डॉक्टर की मदद लेनी चाहिए। सही समय पर इलाज से जीवन को बचाने में मदद मिल सकती है। स्ट्रोक के कुछ शुरुआती लक्षण हैं, जो व्यक्ति में नजर आने लगते हैं। इस लेख में जानेंगे स्ट्रोक के शुरुआती लक्षण और उन्हें पहचानने की आसान तकनीक। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने लखनऊ के संजय गांधी पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज में हॉस्पिटल मैनेजमेंट के एचओडी डॉ राजेश हर्षवर्धन से बात की।
स्ट्रोक के शुरुआती लक्षण- Early Signs of Stroke
स्ट्रोक के कारण दिमाग के टिशूज में ऑक्सीजन और पोषक तत्वों की कमी होती है, जिससे गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। समय पर पहचान और इलाज से स्थिति को गंभीर होने से रोका जा सकता है। हम आपको स्ट्रोक के कुछ शुरुआती लक्षणों के बारे में बताने जा रहे हैं-
इस तकनीक से जल्दी पहचानें स्ट्रोक के लक्षण- Technique to Spot Early Signs of Stroke
स्ट्रोक के शुरुआती संकेतों को पहचानने के लिए फास्ट (FAST) तकनीक की मदद ली जा सकती है-
1. चेहरा (F- Face)
पहला संकेत चेहरा है। अगर किसी व्यक्ति के चेहरे का एक हिस्सा अचानक झुकने लगे, तो यह स्ट्रोक का संकेत (Stroke Symptoms) हो सकता है। व्यक्ति से मुस्कुराने के लिए कहें और देखें कि क्या उनका चेहरा असमान है या एक ओर झुका हुआ है। अगर चेहरा ठीक नहीं दिख रहा है, तो यह दिमाग में पहुंच रही ब्लड सप्लाई में बाधा का संकेत हो सकता है।
2. बांहें (A – Arms)
स्ट्रोक के दौरान, दिमाग की नसों पर दबाव पड़ने के कारण शरीर के अंग कमजोर महसूस हो सकते हैं। व्यक्ति से दोनों हाथों को ऊपर उठाने के लिए कहें। अगर उनमें से एक हाथ नीचे गिर रहा है या व्यक्ति को उसे ऊपर उठाने में कठिनाई हो रही है, तो यह स्ट्रोक का लक्षण हो सकता है।
3. बोलना (S – Speech)
स्ट्रोक के शुरुआती लक्षणों की पहचान करनी है, तो बोली पर ध्यान दें। इसका एक जरूरी संकेत बोलने की क्षमता में बदलाव है। अगर व्यक्ति की आवाज में लड़खड़ाहट है, शब्द स्पष्ट नहीं हैं, या उन्हें बोलने में कठिनाई हो रही है, तो यह दिमाग को पहुंच रहे डैमेज का संकेत हो सकता है। इस संकेत को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए।
4. समय (T- Time)
समय की महत्व स्ट्रोक के मामले में सबसे ज्यादा होता है। अगर ऊपर बताए संकेतों में से कोई भी दिखे, तो तुरंत हॉस्पिटल जाएं। स्ट्रोक के शुरुआती तीन घंटे इलाज के लिए बेहद जरूरी होते हैं, और तुरंत इलाज मिल जाने से दिमाग को होने वाले डैमेज को रोका जा सकता है।
समय पर इलाज से दिमाग को ज्यादा नुकसान से बचाया जा सकता है। स्ट्रोक के लक्षणों को जल्दी पहचानें। सही इलाज जीवन को बचाने में अहम हो सकता है।
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