Insomnia in Hindi: 30 की उम्र में अनिद्रा का सामना करना आम हो गया है। इसकी वजहें लाइफस्टाइल, तनाव, स्वास्थ्य समस्याएं और खानपान में बदलाव हो सकते हैं। नींद की कमी न केवल शारीरिक, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य को भी प्रभावित करती है। लंबे समय तक नींद का संतुलन बिगड़ने से थकान, चिड़चिड़ापन और तनाव बढ़ता है। सही समय पर सोने और जागने के बावजूद पर्याप्त नींद न मिलना भी अनिद्रा का संकेत है। इसलिए, सही समय पर नींद की समस्या को दूर करना जरूरी है। अनिद्रा से निपटने के लिए जीवनशैली में छोटे बदलाव, जैसे कि सोने का समय तय करना और कैफीन का सेवन कम करना, काफी फायदेमंद हो सकते हैं। इस लेख में हम अनिद्रा से निपटने के कुछ खास टिप्स पर चर्चा करेंगे, जो 30 की उम्र के लोगों के लिए फायदेमंद हो सकते हैं। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने लखनऊ के केयर इंस्टिट्यूट ऑफ लाइफ साइंसेज की एमडी फिजिशियन डॉ सीमा यादव से बात की।
2. स्क्रीन टाइम कम करें- Reduce Screen Time
मोबाइल, लैपटॉप, टीवी जैसी डिवाइस की स्क्रीन से निकलने वाली नीली रोशनी हमारे नींद के हार्मोन मेलाटोनिन को बाधित करती है। इस कारण से, सोने से एक या दो घंटे पहले सभी इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों से दूरी बना लें। अगर आपको पढ़ना पसंद है, तो इस समय एक किताब पढ़ें या किसी आरामदायक गतिविधि में शामिल हों।
3. रोज एक्सरसाइज करें- Exercise Daily
नियमित रूप से एक्सरसाइज करने से हमारे शरीर की ऊर्जा खर्च होती है, जिससे थकान महसूस होती है और रात को नींद जल्दी आ जाती है। लेकिन सोने से पहले भारी कसरत करने से बचें, क्योंकि यह शरीर में ऊर्जा का संचार बढ़ा सकता है और नींद में बाधा डाल सकता है। योग और स्ट्रेचिंग जैसी हल्की एक्टिविटीज को रूटीन में शामिल करें, जो मानसिक और शारीरिक थकान को कम करने में मदद कर सके।
4. पौष्टिक आहार का सेवन करें- Eat Healthy Diet
स्वस्थ आहार (Healthy Diet in Hindi) का हमारी नींद पर भी गहरा प्रभाव पड़ता है। रात को हल्का भोजन करें और सोने से पहले भारी भोजन करने से बचें। यह पाचन को सुचारू रखता है और नींद में सुधार लाता है। सोने से कुछ घंटे पहले केले या गर्म दूध का सेवन करना फायदेमंद हो सकता है, क्योंकि इनमें ट्रिप्टोफैन नामक अमीनो एसिड होता है, जो नींद को बढ़ावा देता है।
5. कैफीन और अल्कोहल का सेवन कम करें- Reduce Caffiene and Alcohol Intake
कैफीन और अल्कोहल का ज्यादा सेवन नींद की गुणवत्ता को प्रभावित कर सकता है। कैफीन युक्त पेय पदार्थ जैसे चाय, कॉफी, एनर्जी ड्रिंक आदि का सेवन सोने से कम से कम चार घंटे पहले बंद कर दें। कैफीन हमारे तंत्रिका तंत्र को उत्तेजित करता है जिससे नींद में खलल पड़ सकता है। एल्कोहल भी नींद की गहरी अवस्था में बाधा डालता है।
6. सोने का नियमित समय फिक्स करें- Fix Your Sleep Time
सोने और जागने का एक निश्चित समय तय करना जरूरी है। जब हम रोज एक ही समय पर सोते और जागते हैं, तो हमारे शरीर की बायोलॉजिकल घड़ी यानी सर्केडियन रिदम (Circadian Rhythm) स्थिर होती है। इससे शरीर में नींद और जागने का एक निश्चित चक्र बनता है और हमें आसानी से नींद आने लगती है। अगर संभव हो, तो छुट्टी के दिन भी उसी समय पर सोने और उठने की कोशिश करें।
7. रिलैक्सेशन तकनीकें अपनाएं- Opt Relaxing Techniques
योग, ध्यान और डीप ब्रीदिंग जैसी रिलैक्सेशन तकनीकें तनाव को कम करने में मदद करती हैं। इससे दिमाग शांत होता है और नींद जल्दी आती है। हर रोज सोने से पहले कुछ मिनट का ध्यान लगाएं या गहरी सांस लेने का अभ्यास करें। इससे न केवल दिमाग शांत होगा बल्कि मांसपेशियों में भी आराम महसूस होगा, जिससे नींद में सुधार आएगा।
इन सभी आसान उपायों को अपनी दिनचर्या में शामिल करके आप 30 की उम्र में भी बेहतर नींद पा सकते हैं और अनिद्रा से निपट सकते हैं।
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