ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म मीशो (Meesho) ने अपने प्लेटफॉर्म पर 2.2 करोड़ संदिग्ध ट्रांजैक्शंस के खिलाफ कार्रवाई की है। कंपनी की तरफ से 18 नवंबर को जारी सालाना रिपोर्ट में यह जानकारी मिली है। रिपोर्ट के मुताबिक, इस प्लेटफॉर्म ने पिछले 12 महीनों में 12 केस दर्ज किया है। मीशो की ‘ट्रस्ट एश्योरेंस रिपोर्ट’ में कहा गया है कि इसकी टीम ने अग्रणी एनालिटिकल मॉडल, बेहतर डेटा साइंस फ्रेमवर्क और एडवांस्ड कंप्यूटेशनल लॉजिक डिवेलप किए हैं, जिनसे 13 लाख बॉट ऑर्डर और 77 लाख स्कैम कोशिशों को रोकने में मदद मिली है।
रिपोर्ट में कहा गया है, ‘ पिछले 12 महीनों में मीशो ने 2.2 करोड़ फर्जी ट्रांजैक्शंस को रोका है। इसके अलावा, मीशो ने गड़बड़ी करने वालों को इस प्लेटफॉर्म से हटाने के लिए व्यापक कदम उठाए हैं।’ रिपोर्ट के मुताबिक, अकाउंट टेकओवर फ्रॉड के खिलाफ कोशिशों के तहत मीशो ने जांच शुरू की है, जिसके तहत कोलकाता और रांची में 40 संदिग्धों के खिलाफ 9 केस दर्ज किए गए।
रिपोर्ट में कहा गया है, ‘मीशो ने संबंधित विभागों और अधिकारियों के साथ मिलकर काम कर अकाउंट टेकओवर फ्रॉड से निपटने में 98 पर्सेंट सफलता हासिल की है।’ कंपनी ने लॉटरी फ्रॉड के मामले में 3 एफआईआर (FIR) दर्ज कराई है, जिनके तहत लोगों को बड़े रिटर्न या कैशबैक का झांसा देकर निशाना बनाया जाता है।
रिपोर्ट के मुताबिक, ‘लॉटरी फ्रॉड पूरे इंडस्ट्री के लिए चुनौती के तौर पर उभर कर सामने आई है, जहां फर्जीवाड़ा करने वाले लोगों को ठगने के लिए जाने-माने ब्रांड्स में सेंध लगाते हैं। इससे निपटने के लिए मीशो ने कोलकाता, बेंगलुरु और रांची में जमीनी स्तर पर जांच पड़ताल की और इसके परिणामस्वरूप इन फर्जी स्कीम के मामले में 3 एफआईआर दर्ज की गई।’
मीशो का दावा है कि अक्टूबर 2023 के बाद से लॉटरी फ्रॉड की घटनाओं में 75 पर्सेंट तक की कमी आई है।