यदि आपको भी गहरे रंग के ब्लड क्लॉटिंग का अनुभव हुआ है, तो इसे नजरअंदाज न करें (Dark blood clots before periods)। इसके संभावित कारणों को समझें और स्थिति बिगड़ने से पहले डॉक्टर से संपर्क करें।
कई महिलाएं ऐसी हैं, जो पीरियड से कुछ दिनों पहले गहरे रंग के ब्लड क्लॉटिंग का अनुभव करती हैं। इसे नॉर्मल नहीं कहा जा सकता। जो कभी–भी हार्मोनल असंतुलन के कारण भी हो सकता है। साथ ही इसके लिए कई मेडिकल कंडीशन भी जिम्मेदार हो सकते हैं। यदि आपको भी गहरे रंग के ब्लड क्लॉटिंग का अनुभव हुआ है, तो इसे नजरअंदाज न करें (Dark blood clots before periods)। इसके संभावित कारणों को समझें और स्थिति बिगड़ने से पहले डॉक्टर से संपर्क करें। डॉ. आस्था दयाल, सी के बिरला, गुरुग्राम में स्थित हॉस्पिटल की आब्सटेट्रिक्स और गायनेकोलॉजी डिपार्टमेंट की डायरेक्टर ने इस विषय से जुड़ी कई जरूरी जानकारी दी है। तो चलिए जानते हैं, इसके बारे में अधिक विस्तार से (Dark blood clots before periods)।
जानिए इस विषय पर क्या कहती हैं एक्सपर्ट (Dark blood clots before periods)
1. हो सकता है पुराना खून
डॉ. आस्था दयाल के अनुसार “पीरियड से पहले थक्के के साथ गहरे रंग का ब्लड आना कई कारणों का संकेत हो सकता है। यह गहरा रंग आमतौर पर पुराना ब्लड हो सकता है, जिसे शरीर से बाहर निकलने में अधिक समय लगा है। जो अक्सर प्राकृतिक यूट्रस टिशू के बहाव के साथ मिला होता है।”
2. एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन की अनियमता
हार्मोनल असंतुलन, विशेष रूप से एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन में, अनियमित बहाव का कारण बन सकता है, जिससे थक्के बन सकते हैं, या खून गहरे रंग का हो सकता है। इसके अलावा तनाव बढ़ने से शरीर में कोर्टिसोल हॉर्मोन का स्तर भी बढ़ जाता है, जिसकी वजह से भी पीरियड्स में असामान्यताएं नज़र आ सकती हैं।
3. मेडिकल कंडीशन
एंडोमेट्रियोसिस, फाइब्रॉएड या पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (पीसीओएस) जैसी गंभीर स्थितियां भी गहरे रंग के रक्त या थक्के जमने का कारण बन सकती हैं। ये स्थितियां रिप्रोडक्शन के सामान्य कामकाज को प्रभावित करती हैं।
4. पेरिमेनोपॉज़
आस्था दयाल के अनुसार “पेरिमेनोपॉज़ के दौरान, आपको भूरे या काले रंग का ब्लड, लंबे या छोटे पीरियड्स, या भारी या हल्के पीरियड्स का अनुभव हो सकता है। पेरिमेनोपॉज़ मेनोपॉज से 10 साल पहले शुरू हो सकता है। यदि आप 40 की उम्र पार कर चुकी हैं, तो आपको पीरियड्स के दौरान डार्क ब्लड क्लॉटिंग का अनुभव हो सकता है।”
5. यूट्रस ब्लॉकेज
यूट्रस की परत में किसी तरह की परेशानी जैसे की सिस्ट या ब्लॉकेज ब्लड क्लॉटिंग और ब्लड फ्लो को धीमा करने का कारण बन सकती है। फैलोपियन ट्यूब में रुकावट शुक्राणु और अंडे के मिलने में बाधा डाल सकती है, जिससे गर्भवती होना मुश्किल हो जाता है। पेल्विक इन्फ्लेमेटरी डिजीज (PID), एंडोमेट्रियोसिस, क्लैमाइडिया और गोनोरिया जैसे यौन संचारित संक्रमण (STI), एक्टोपिक प्रेगनेंसी, फाइब्रॉएड, पेट की सर्जरी। इस स्थिति में पीरियड ब्लड पूरी तरह से बाहर नहीं निकल पाते और कई बार क्लॉटिंग के साथ डार्क रंग का ब्लड निकलता है।
6. पीरियड फ्लो धीमा होना
आपके पीरियड की शुरुआत या अंत में, आपका प्रवाह आमतौर पर हल्का और धीमा होता है, जिससे रक्त गहरा दिखाई दे सकता है। आपके शरीर से बाहर निकलने से पहले रक्त को आपके गर्भाशय में काला होने के लिए अधिक समय मिलता है।
अन्य संभावित कारक
अन्य संभावित कारकों में तनाव, जीवनशैली में बदलाव या कुछ प्रकार की नई दवाइयों का सेवन शामिल है। जो मासिक धर्म के प्रवाह को बदल सकती हैं।
नोट : कभी-कभी गहरे रंग का रक्त आना आमतौर पर हार्मलेस होता है। जीवनशैली की गतिविधियों में आवश्यक सुधार करें, जैसे की सही खान पान और शारीरिक गतिविधियों पर ध्यान दें। खास कर तनाव लेने से बचें। यदि इसके बाद भी अगले महीने सामान्य पीरियड नहीं आता है तो, या बार-बार ऐसा हो रहा है, विशेष रूप से दर्द या क्लॉटिंग के साथ, तो यह किसी अंतर्निहित समस्या का संकेत हो सकता है। इस विषय पर कितनी जल्दी हो सके अपने डॉक्टर की सलाह लें।
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