रात को सोते समय अचानक पैरों में झनझनाहट, सुन्नपन और खिंचाव हो जाता है। कई बार पैरों में होने वाली इस समस्या को बर्दास्त कर पाना मुश्किल हो जाता है। पैरों में होने वाली इस समस्या का कारण नसों में खिंचाव या कमजोरी हो सकती है। हमारा शरीर पूरी तरह नसों की जाल में घिरा हुआ है। हमारे शरीर की सारी नसे नर्वस सिस्टम का निर्माण करती हैं, जिससे शरीर की हर गतिविधि नियंत्रित होती है। स्वस्थ रहने के लिए नसों का मजबूत होना बेहद जरूरी है। नसों की समस्या के कारण कमर दर्द, गर्दन में अकड़न, हाथ-पैरों में समस्या बढ़ जाती है। कुछ ऐसे विटामिन्स हैं जो आपके शरीर में नसों के स्वास्थ्य को बेहतर रखने में मदद करते हैं। दिल्ली स्थित एम्स की न्यूरोलॉजी विभाग की डीएम डॉ. प्रियंका सहरावत से जानते हैं नसों को हेल्दी रखने के लिए कौन-से विटामिन का सेवन करें?
- विटामिन बी9, फोलेट के नाम से भी जाना जाता है, जो नर्व सेल्स सहित नई कोशिकाओं के उत्पादन और रखरखाव के लिए और नर्व को नुकसान होने से रोकने के लिए जरूरी है।
- विटामिन ई, एक एंटीऑक्सीडेंट के रूप में काम करता है, जो ऑक्सीडेटिव तनाव और मुक्त कणों से होने नसों को होने वाले नुकसान को रोकने में मदद करता है।
- विटामिन बी6, पाइरिडोक्सिन के रूप में भी जाना जाता है, जो न्यूरोट्रांसमीटर और तंत्रिका संचार के लिए जरूरी है, साथ ही नसों की सूजन को रोकने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
- विटामिन बी1 को थायमिन के नाम से जाना जाता है। यह नसों के काम और ऊर्जा चयापचय के लिए जरूरी है, जो तंत्रिका तंत्र के सही कामकाज में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
नसों को स्वस्थ रखने के लिए विटामिन सोर्स
- विटामिन बी12- मांस, मछली, मुर्गी, अंडे, डेयरी उत्पाद और फोर्टिफाइड अनाज।
- विटामिन बी9- पत्तेदार हरी सब्जियां, फलियां, मेवे, बीज, अंडे, खट्टे फल और ब्रेड।
- विटामिन ई- मेवे, सूरजमुखी के बीज, सूरजमुखी, कुसुम और गेहूं के बीज का तेल और हरी पत्तेदार सब्जियां।
- विटामिन बी6- पोल्ट्री, मछली, आलू, छोले, केले, फोर्टिफाइड अनाज और गैर-खट्टे फल।
- विटामिन बी1- साबुत अनाज, मांस, मछली, बीज, मेवे और फलियां।
इन विटामिनों का पर्याप्त सेवन करने से नसों से जुड़ी समस्याएं दूर हो सकती हैं, लेकिन किसी भी नए खाद्य पदार्थों को डाइट में शामिल करने से पहले एक्सपर्ट से सलाह ले लें।
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