एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, एपल ने देश में अपनी वेबसाइट पर कई जॉब्स को लिस्ट किया है। इनमें फुल-टाइम और पार्ट-टाइम जॉब्स शामिल हैं। कंपनी के लगभग 400 एंप्लॉयीज को हायर करने का अनुमान है। इस रिपोर्ट में कंपनी की योजना के बारे में जानकारी रखने वाले एक व्यक्ति के हवाले से बताया गया है, “एपल की पार्ट-टाइम जॉब्स नए ग्रेजुएट्स के लिए हैं जो किसी बड़ी कंपनी में वर्क का एक्सपीरिएंस चाहते हैं। ये ग्रेजुएट्स कंपनी के स्टोर्स में विभिन्न शिफ्ट में कार्य कर सकते हैं।” देश में एपल के स्टोर्स का बिक्री के पहले वर्ष में रेवेन्यू लगभग 800 करोड़ रुपये का रहा है। इसमें दिल्ली के साकेत के स्टोर की हिस्सेदारी 60 प्रतिशत की है।
पिछले कुछ वर्षों में एपल ने चीन में अपनी मैन्ंयुफैक्चरिंग का कुछ हिस्सा शिफ्ट करने के लिए भी कदम उठाए हैं। कंपनी ने iPhones की भारत में मैन्युफैक्चरिंग के लिए Foxconn और Wistron जैसे कॉन्ट्रैक्ट मैन्युफैक्चरर्स के साथ पार्टनरशिप की है। एपल की नई आईफोन 16 सीरीज के Pro मॉडल्स की भी देश में मैन्युफैक्चरिंग की जा रही है।
कंपनी को iPhone 16 सीरीज के लिए जोरदार डिमांड मिल रही है। इन स्मार्टफोन्स की चीन में सेल शुरू होने के शुरुआती तीन सप्ताहों में सेल्स पिछले वर्ष पेश की गई आईफोन 15 सीरीज की तुलना में लगभग 20 प्रतिशत बढ़ी है। पिछले महीने कंपनी ने आईफोन 16 सीरीज को लॉन्च किया था। मार्केट रिसर्च फर्म Counterpoint के Bloomberg को उपलब्ध कराए गए डेटा के अनुसार, आईफोन 16 सीरीज के स्मार्टफोन्स की सेल्स कंपनी की पिछली सीरीज की तुलना में बेहतर है। हालांकि, कस्टमर्स इस सीरीज के Pro और Pro Max मॉडल्स को अधिक पसंद कर रहे हैं। इस सीरीज के प्रीमियम मॉडल्स की सेल्स आईफोन 15 सीरीज के समान मॉडल्स की तुलना में लगभग 44 प्रतिशत बढ़ी है। हालांकि, चीन के मार्केट में कंपनी को Huawei से कड़ी टक्कर मिल रही है।