मुंबई22 मिनट पहले
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जुलाई-सितंबर तिमाही नतीजे के बाद आईटी कंपनी इंफोसिस के शेयर आज यानी, शुक्रवार 18 अक्टूबर को 4% गिरकर 1,880 रुपए पर कारोबार कर रहे हैं। आईटी कंपनी के नतीजे एनालिस्टों के अनुमान से कमजोर रहे हैं।
इंफोसिस को वित्त वर्ष 2024-25 की दूसरी तिमाही में 6,506 करोड़ रुपए का मुनाफा हुआ है। सालाना आधार पर इसमें 4.7% की बढ़ोतरी हुई है। एक साल पहले की समान तिमाही में कंपनी को 6,212 करोड़ रुपए का कॉन्सोलिडेटेड नेट प्रॉफिट हुआ था।
इस तिमाही में कंपनी ने 40,986 करोड़ रुपए का रेवेन्यू जनरेट किया। सालाना आधार पर इसमें 5.1% की बढ़ोतरी हुई है। एक साल पहले कंपनी का रेवेन्यू 38,994 करोड़ रुपए था। वस्तुओं और सेवाओं को बेचने से मिलने वाला पैसा रेवेन्यू होता है।
21 रुपए प्रति शेयर लाभांश देगी इंफोसिस
इंफोसिस ने शेयरधारकों को प्रति शेयर 21 रुपए के अंतरिम डिविडेंड (लाभांश) को भी मंजूरी दी है। कंपनियां अपने शेयरधारकों को मुनाफे का कुछ हिस्सा देती हैं, उसे डिविडेंड कहते हैं।
6 महीने में 32% चढ़ा इंफोसिस का शेयर
इंफोसिस का शेयर पिछले एक महीने में फ्लैट रहा है। 6 महीने में शेयर 32% और एक साल में 30% चढ़ा है। वहीं, इस साल यानी 1 जनवरी से अब तक शेयर में 21% की तेजी रही है। कंपनी का मार्केट कैप 7.79 लाख करोड़ रुपए है।
नंदन नीलेकणि ने 21,000 रुपए में की थी कंपनी की शुरुआत
1981 में स्थापित, इंफोसिस एक NYSE लिस्टेड ग्लोबल कंसलटिंग और आईटी सर्विसेज कंपनी है। 250 डॉलर (आज के हिसाब से करीब 21,000 रुपए) की पूंजी से कंपनी की शुरुआत हुई थी। आज इसका मार्केट कैप 7.28 लाख करोड़ रुपए है।
40 साल पुरानी कंपनी के 56 से अधिक देशों में 1800 से ज्यादा ग्राहक है। इसकी दुनियाभर में 13 सब्सिडियरी कंपनियां है। कंपनी के फाउंडर नंदन एम. नीलेकणि है। CEO और मैनेजिंग डायरेक्टर सलील पारेख है। डी सुंदरम लीड इंडिपेंडेंट डायरेक्टर है।