दुनिया में सिर्फ 10% लोग बाएं हाथ से लिखते हैं। इसलिए बाकी लोगों के लिए उनकी चुनौतियों को समझना थोड़ा मुश्किल हो सकता है। सिर्फ कैंची या अन्य उपकरणों के इस्तेमाल में ही नहीं, बल्कि उन्हें एंग्जाइटी और तनाव का जोखिम भी ज्यादा रहता है।
लेफ्ट हैंडेड लोगों में कुछ विशेषताएं होती हैं, जैसे कि उनकी मानसिक संरचना में अंतर, जो उनके सोचने और क्रिएटिविटी प्रभावित कर सकता है। इसके साथ ही, उन्हें रोजमर्रा के कामों में कुछ चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है, जैसे कि उपकरणों का इस्तेमाल और खेलों में दिक्कतें। इस प्रकार, बाएं हाथ से लिखने वालों की स्थिति को समझना और उनके अनुभवों का सम्मान करना महत्वपूर्ण है। साथ ही हमें यह भी जानना चहिए कि क्या लेफ्ट हैंडेड होने से कुछ बिमारियों का खतरा बढ़ सकता है।
क्यों कुछ लोग बाएं हाथ से काम करते हैं (Reasons for being left handed)
अभी तक की स्टडीज से यह साफ नहीं हुआ है कि कुछ लोग बाएं हाथ से क्यों लिखते हैं, लेकिन इसमें जीन्स का 25% योगदान होता है। बाएं हाथ का होना परिवारों में चलता है, लेकिन यह अन्य जैनेटिक लक्षणों जैसे ऊंचाई या बुद्धिमत्ता की तुलना में कम स्पष्ट होता है।
वास्तव में, समान जुड़वां, जो एक ही जीन साझा करते हैं, कभी-कभी अलग-अलग हाथों का इस्तेमाल कर सकते हैं। बाएं हाथ से लिखने के पीछे क्या कारण हो सकते हैं, इस पर कई सिद्धांत हैं, लेकिन कई विशेषज्ञ मानते हैं कि यह काफी हद तक बेतरतीब है।
क्या बाएं हाथ से काम करने की आदत को बदला जा सकता है? (Can habits of left handed people be changed )
नारायणा हॉस्पिटल, गुरुग्राम में न्यूरोलॉजी डिपार्टमेंट के डायरेक्टर एंड सीनियर कंसलटेंट, डॉ. बिप्लब दास कहते हैं कि “हाँ, लेफ्ट हैंडेड लोगों की आदत सुधारी जा सकती है, लेकिन यह आसान नहीं है। ये आदतें उनके मस्तिष्क की संरचना और विकास के कारण बनती हैं, इसलिए बदलना मुश्किल हो सकता है।
इसके लिए आप कुछ उपाय कर सकते हैं जैसे उन्हें दाहिने हाथ से काम करने के लिए प्रशिक्षित करें, धैर्य और प्रतिबद्धता के साथ या आदत बदलने के लिए कहें, इसके अलावा आप डॉक्टर से भी मदद ले सकते हैं।
बाएं हाथ से काम करने वाले लोगों में स्वास्थ्य संबंधी चुनौतियां (Challenges for left handed people)
डॉ. बिप्लब बताते हैं कि “बाएं हाथ से काम करने वाले व्यक्तियों को सामान्य व्यक्तियों के मुकाबले कुछ खास प्रकार के स्वास्थ्य संबंधी समस्या हो सकती हैं। बाएं हाथ के लोग मानसिक और शारीरिक संरचना में कुछ अंतर महसूस कर सकते हैं।
मस्तिष्क के कार्य और उसकी संरचना में अंतर होने की वजह से बाएं हाथ के व्यक्तियों में एंग्जाइटी या अन्य मानसिक स्वास्थ्य समस्याएं थोड़ी अलग हो सकती है। इस बारे में सभी तथ्यों को अभी पूरी तरह से समझा नहीं गया है। लेकिन यह भी देखा गया है कि बाएं हाथ वाले लोगों में अवसाद या घबराहट जैसी स्थितियों का जोखिम बढ़ सकता है।
इसके पीछे का कारण जैनेटिक, सामाजिक और इनवायरमेंटल भी हो सकता है। कई बार बाएं हाथ से काम करने वालों में दुर्घटनाओं की संभावना अधिक हो सकती है, क्योंकि अधिकांश उपकरण और वस्त्र दाएं हाथ से काम करने वालों के लिए डिज़ाइन किए गए होते हैं।
हालांकि सभी बाएं हाथ वाले लोगों में समान स्वास्थ्य समस्याएं नहीं होती हैं। ऐसे में बाएं हाथ वाले लोगों को किसी भी स्वास्थ्य संबंधी चिंता के लिए किसी विशेषज्ञ से सलाह लेना आवश्यक है।
लेफ्ट हैंडेड होने के दबाव
अब समझते हैं कि आखिर लोग लेफ्ट हैंडेड क्यों हो सकते हैं। कई बार तो जेनेटिक्स कारण की वजह से भी माता-पिता से बच्चों में यह समस्या हो जाती है, गर्भावस्था के दौरान हार्मोनल असंतुलन के कारण भी यह समस्या बन सकती है, बचपन में विकास के दौरान लेफ्ट हैंड की आदत भी विकसित हो सकती है।
बाएं हाथ से काम करने वाले लोगों को कई प्रकार की समस्याएं फेस करनी पड़ सकती हैं, जैसे: समाज और परिवार में अक्सर लैफ्ट हैंडेड लोगों को दाहिने हाथ से काम करने के लिए दबाव डाला जाता है, शैक्षिक समस्याएं उत्पन्न होती हैं, व्यावसायिक समस्याएं- सैन्य या खेल, उपकरणों की समस्याएं- सभी उपकरण दाहिने हाथ वाले लोगों के लिए डिज़ाइन किए जाते हैं, जिससे बाएं हाथ वाले लोगों को समस्याएं हो सकती हैं।
इसके अलावा मानसिक दबाव सामाजिक अलगाव और आत्मविश्वास की कमी की समस्या झेलनी पड़ती है। हालांकि, यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि बाएं हाथ वाले लोगों की क्षमताएं और प्रतिभाएं दाहिने हाथ वाले लोगों से अलग नहीं हैं। उन्हें समान अवसर और समर्थन देना आवश्यक है।
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