नई दिल्ली12 मिनट पहले
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कल की बड़ी खबर देश की खबर रिलायंस इंडस्ट्रीज से जुड़ी रही। बीते हफ्ते के कारोबार में कंपनी की वैल्यूएशन 1.88 लाख करोड़ रुपए कम हुई है। अब रिलायंस इंडस्ट्रीज का मार्केट कैप 18.76 लाख करोड़ रह गया है।
वहीं HDFC बैंक का मार्केट कैप ₹72 हजार करोड़ घटकर 12.64 लाख करोड़ पर आ गया है। भारती एयरटेल का मार्केट कैप ₹53 हजार करोड़ घटकर 9.34 लाख करोड़ रह गया है।
कल की बड़ी खबरों से पहले आज के प्रमुख इवेंट, जिन पर रहेगी नजर…
- शेयर बाजर में आज (सोमवार) तेजी रह सकती है।
- आज RBI मॉनेटरी पॉलिसी कमेटी की मीटिंग होगी।
- पेट्रोल-डीजल के दाम में कोई बदलाव नहीं हुआ है।
अब कल की बड़ी खबरें पढ़ें…
1. टॉप-10 कंपनियों में से 9 का मार्केट-कैप ₹4.74 लाख-करोड़ घटा: रिलायंस इंडस्ट्रीज टॉप लूजर रही, इसकी वैल्यू ₹1.88 लाख करोड़ घटकर ₹18.76 लाख करोड़ रह गई
पिछले हफ्ते के कारोबार में देश की टॉप-10 कंपनियों में से 9 का कंबाइन मार्केट कैपिटलाइजेशन 4.74 लाख करोड़ रुपए घटा है। इनमें रिलायंस इंडस्ट्रीज को पिछले हफ्ते सबसे ज्यादा नुकसान हुआ है। इसका मार्केट कैप ₹1.88 लाख करोड़ घटकर 18.76 लाख करोड़ रह गया है।
वहीं HDFC बैंक का मार्केट कैप ₹72 हजार करोड़ घटकर 12.64 लाख करोड़ पर आ गया है। भारती एयरटेल का मार्केट कैप ₹53 हजार करोड़ घटकर 9.34 लाख करोड़ रह गया है।
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2. 8 अक्टूबर से खुलेगा गरुड़ कंस्ट्रक्शन एंड इंजीनियरिंग का IPO: 10 अक्टूबर तक लगा सकेंगे बोली, मिनिमम 14,915 रुपए करने होंगे निवेश
गरुड़ कंस्ट्रक्शन एंड इंजीनियरिंग लिमिटेड का इनिशियल पब्लिक ऑफर यानी IPO इस हफ्ते 8 अक्टूबर को ओपन होगा। निवेशक इस इश्यू के लिए 10 अक्टूबर तक बिडिंग कर सकेंगे। 15 अक्टूबर को बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) पर कंपनी के शेयर लिस्ट होंगे।
इस इश्यू के जरिए कंपनी ₹264.10 करोड़ रुपए जुटाना चाहती है। इसके लिए कंपनी ₹173.85 करोड़ के 18,300,000 फ्रेश शेयर इश्यू कर रही है। जबकि, कंपनी के मौजूदा निवेशक ऑफर फॉर सेल यानी OFS के जरिए ₹90.25 करोड़ के 9,500,000 शेयर बेच रहे हैं।
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3. अगली पीढ़ी को प्रॉपर्टी सौंपने के दो मुख्य तरीके: जीते जी संपत्ति ट्रांसफर के लिए गिफ्ट डीड, वसीयत के जरिए भी दे सकते हैं प्रॉपर्टी
संपत्ति को अगली पीढ़ी को सौंपने के दो मुख्य तरीके हैं, गिफ्ट डीड और वसीयत। दोनों कानूनी रूप से संपत्ति हस्तांतरित करने के साधन हैं। लेकिन इनका सबसे बड़ा अंतर यह है कि गिफ्ट डीड संपत्ति को जीवनकाल में हस्तांतरित करती है, जबकि वसीयत मृत्यु के बाद प्रभावी होती है। आइए समझते हैं…
1. गिफ्ट डीड: यह स्थायी प्रक्रिया होती है। एक बार संपत्ति हस्तांतरित हो जाने के बाद, मालिक उस पर अधिकार खो देता है। इसलिए संपत्ति केवल उसी व्यक्ति को सौंपें जिस पर आपको पूरा भरोसा हो। संपत्ति का बड़ा हिस्सा किसी एक व्यक्ति को देने से अन्य वारिसों में विवाद भी उत्पन्न हो सकता है।
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