हमारे शरीर के लिए मैग्नीशियम एक जरूरी मिनरल है, जो आपको स्वस्थ रखने में मदद करता है। मैग्नीशियम की कमी होने पर व्यक्ति के शरीर में ग्लूकोज का लेवल बढ़ सकता है, जिससे टाइप 2 डायबिटीज होने का जोखिम बढ़ सकता है। इतना ही नहीं कई बीमारियों से ठीक होने और स्वस्थ रहने के लिए भी मैग्नीशियम बहुत जरूरी मिनरल है। पीसीओएस से पीड़ित महिलाओं के शरीर के लिए भी मैग्नीशियम बहुत जरूरी है। पीसीओएस से पीड़ित महिलाओं में इंसुलिन सेंसिटिविटी, एंग्जाइटी और ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने में फायदेमंद है। न्यूट्रिशनिस्ट साक्षी सिंह ने इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट शेयर करके बताया कि PCOS में मैग्नीशियम कैसे मदद करता है?
- पीसीओएस से पीड़ित महिलाओं में हार्मोनल असंतुलन की समस्या बनी रहती है, जिसे बैलेंस करने के लिए आप मैग्नीशियम का सेवन कर सकते हैं। मैग्नीशियम कई हार्मोन को कंट्रोल कर सकता है, जो तनाव और प्रजनन कार्य को भी प्रभावित करता है।
- पीसीओएस से पीड़ित महिलाओं में ज्यादा तनाव और नींद की समस्या बनी रहती है। ऐसे में मैग्नीशियम की सेवन आपके शरीर को आराम देने और तनाव को कम करने में मदद कर सकता है, जिससे नींद की गुणवत्ता में सुधार करने में मदद मिल सकती है।
- पीसीओएस से पीड़ित महिलाओं में मू़ड स्विंग की समस्या बनी रहती है। मैग्नीशियम न्यूरोट्रांसमीटर को विनियमित करने में मदद कर सकता है, जो मूड को प्रभावित करते हैं।
- पीसीओएस से पीड़ित महिलाओं में दिल से जुड़ी समस्याओं का खतरा बढ़ जाता है, और मैग्नीशियम ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करके हार्ट से जुड़े जोखिम को कम करने में मदद के जोखिम को कम करता है।
- मैग्नीशियम आपके शरीर में ब्लड शुगर के स्तर को कंट्रोल करने में मदद करता है, जो पीसीओएस में इंसुलिन संवेदनशीलता को बढ़ावा देता है। इसलिए आप रोजाना दिन में 320 से 360 मिलीग्राम मैग्नीशियम के सेवन का लक्ष्य रखें।
पीसीओएस से पीड़ित महिलाएं स्वस्थ रहने के लिए और इसके लक्षणों को कम करने के लिए अपनी डाइट में मैग्नीशियम जरूर शामिल करें और खानपान में किसी भी तरह का बदलाव करने से पहले हेल्थ एक्सपर्ट से सलाह जरूर लें।
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