पीरियड्स में आमतौर पर महिलाएं टैम्पोन का इस्तेमाल करती हैं। टैम्पोन सेनेटरी नैपकिन का दूसरा ऑप्शन है, जिसे पीरियड्स के समय में इस्तेमाल किया जा सकता है। कई बार इसे गलत तरीके से लगाना सेहत के लिए नुकसानदायक भी साबित हो सकता है। हाल ही में टैम्पोन में हेवी मेटल्स पाए गए थे। अब इसे लेकर FDA ने एक बड़ा फैसला लिया है। एफडीए द्वारा टैम्पोन में मिलने वाले हेवी मेटल्स की जांच की जाएगी। एफडीए ने मंगलवार को टैम्पोन की जांच करने की घोषणा की है। इसके तहत सभी ऑर्गेनिक और नॉन-ऑर्गेनिक टैम्पोन्स की जांच की जाएगी।
टैम्पोन्स में पाए गए मेटल्स
इस साल कोलंबिया यूनिवर्सिटी, मिकिगन स्टेट यूनिवर्सिटी और यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफॉर्निया, बैरकेले द्वारा की गई एक स्टडी के मुताबिक टैम्पोन में दर्जनों मेटल्स पाए गए हैं। यह टैम्पोन्स महिलाओं की सेहत को प्रभावित कर सकते हैं। इसमें एर्सेनिक, काडिमियम और लीड जैसे टॉक्सिक मेटल्स पाए गए हैं। FDA के मुताबिक टैम्पोन को बेचे जाने से पहले विक्रेताओं को पहले इसका इस्तेमाल करने या प्रोडक्ट को अच्छे तरीके से परख लेना चाहिए। साथ ही इनमें मिलने वाले मटेरियल्स की जानकारी लेनी चाहिए।
टैम्पोन बनाने वाले कई बड़े ब्रांड्स में पाए गए मेटल
FDA ने कहा कि इसे बेचे जाने से पहले प्रोडक्ट को एफडीए की जरूरतों को मैच करना जरूरी है। टैम्पोन में मिलने वाले मेटल्स कई बड़े ब्रैंड्स में पाए गए हैं। एजेंसी द्वारा टैम्पोन की जांच दो भागों में किए जाने की बात कही जा रही है। जिसमें से एक हिस्सा टैम्पोन में पाए जाने वाले मेटल्स को लैब में टेस्ट करके उसके बारे में जानकारियां जुटाएगा। वहीं, दूसरी ओर एक टीम टैम्पोन में मिलने वाले मेटल्स से महिलाओं की सेहत पर पड़ने वाले असर की जांच करेगा।
इसे भी पढ़ें – पीरियड्स में इस्तेमाल होने वाला टैम्पोन बना सेप्सिस का कारण, दो लड़कियों की बाल-बाल बची जान