मुंबई36 मिनट पहले
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6 सितंबर को कर्मचारियों ने आंदोलन कर सेबी चीफ माधबी पुरी बुच का इस्तीफा मांगा था। (फाइल फोटो)
सिक्योरिटी एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) ने सोमवार (16 सितंबर) को कहा कि वह अपने कर्मचारियों की सभी मांगों को इंटरनल तरीके सुलझाएगा। मार्केट रेगुलेटर ने कर्मचारियों लिए दिए गए अपने पुराने (4 सितंबर) स्टेटमेंट को भी वापस ले लिया है, जिसमें कहा गया था कि जूनियर कर्मचारी बाहरी लोगों से प्रभावित होकर आंदोलन कर रहे हैं।
SEBI की ओर से जारी स्टेटमेंट में कहा गया कि ‘सेबी उचित इंटरनल मैकेनिज्म के जरिए कर्मचारियों से संबंधित मामलों को सुलझाता है। सभी ग्रेड के अधिकारियों के साथ बातचीत के बाद तय किया गया है कि ये सभी मामले पूरी तरह से सेबी के इंटरनल मैटर्स हैं और इसका सामाधान भी इंटरनल तरीके से SEBI के स्टैंडर्ड्स के मुताबिक किया जाएगा।’
कर्मचारियों ने लीडरशिप में बदलाव की मांग की पिछले महीने (6 अगस्त) को सेबी के कर्मचारियों ने वित्त मंत्रालय को एक पत्र लिखकर टॉक्सिक वर्क कल्चर पर चिंता जताई। कर्मचारियों ने लीडरशिप पर कठोर भाषा का उपयोग करने, अनरियलिस्टिक लक्ष्य निर्धारित करने और माइक्रोमैनेजमेंट का आरोप लगाया और लीडरशिप में बदलाव की मांग की थी।
कर्मचारियों ने टॉक्सिक वर्क कल्चर का आरोप लगाया था 4 सितंबर को SEBI ने कर्मचारियों की ओर से लगाए गए ‘टॉक्सिक वर्क कल्चर’ के आरोपों का खंडन किया था। मार्केट रेगुलेटर ने तब कहा था कि ‘कुछ कर्मचारी निगेटिव वर्क एनवायरमेंट की कहानी को हवा देकर संस्था से कुछ भी मनवाने की कोशिश कर रहे हैं। उनकी कई मांगे हैं, उनमें से एक हाउस रेंट अलाउंस (HRA) में 55% की बढ़ोतरी भी है।’
4 सितंबर को जारी SEBI के स्टेटमेंट की बड़ी बातें
- कुछ कर्मचारियों के एक समूह ने जानबूझकर इस मुद्दे को वर्क एनवायरमेंट से जोड़ा।
- कर्मचारी हाउस रेंट अलाउंस (HRA) में 55% की बढ़ोतरी की मांग कर रहे हैं।
- जूनियर अधिकारियों को उनके ग्रुप के बाहर मैसेज मिल रहे हैं, जो उन्हें उकसा रहे हैं।
- मैसेज में कहा जा रहा मीडिया में जाओ, मंत्रालय में जाओ, बोर्ड में जाओ।
सेबी चीफ माधबी पुरी बुच करीब दो महीनों से हिंडनबर्ग, ZEE मीडिया के फाउंडर और कांग्रेस पार्टी के आरोपों से घिरी हैं… इन मामलों में उनसे पूछताछ भी हो सकती है।
पार्लियामेंट की पब्लिक अकाउंट कमेटी (PAC) सिक्योरिटी एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) चीफ माधबी पुरी बुच पर लगे आरोपों पर जांच के लिए समन जारी कर सकती है। बिजनेस स्टैंडर्ड ने सूत्रों के हवाले से इस बात की जानकारी दी है।
रिपोर्ट के मुताबिक रेगुलेटरी बॉडी के कामकाज की जांच अडाणी ग्रुप पर हिंडनबर्ग के आरोप और इस मामले में सेबी चीफ का नाम शामिल होने से है।
PAC इस मामले में वित्त और कॉर्पोरेट मामलों के मंत्रालयों के अधिकारियों से पूछताछ करने की तैयारी कर रही है। इस मामले में जांच के लिए बुच को सितंबर के अंत तक PAC के सामने पेश होने के लिए बुलाया जा सकता है।
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SEBI कर्मचारियों का टॉप मैनेजमेंट के खिलाफ प्रदर्शन: काम का दबाव बनाने का आरोप, सेबी चीफ बुच के इस्तीफे की मांग
सिक्योरिटी एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) के सैकड़ों कर्मचारियों ने आज (गुरुवार, 5 सितंबर) सुबह टॉप मैनेजमेंट के खिलाफ प्रदर्शन किया। कर्मचारियों का आरोप है कि टॉप मैनेजमेंट काम को लेकर दबाव बनाता है। कर्मचारी सेबी चीफ माधबी पुरी बुच का इस्तीफा मांग रहे हैं।
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SEBI बोला- टॉक्सिक वर्क कल्चर की कहानी बना रहे कर्मचारी: यह मांग मनवाने की रणनीति, 55% बढ़वाना चाह रहें HRA
सिक्योरिटी एंड एक्सचेंज बोर्ड ऑफ इंडिया (SEBI) ने ऑफिस में टॉक्सिक वर्क कल्चर के आरोपों का खंडन किया है। सेबी ने आरोपों को खारिज करते हुए बुधवार को एक बयान जारी किया।
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