कांवड़ यात्रा बेहद पुण्यदायी तीर्थयात्रा मानी जाती है। इस साल कांवड़ यात्रा की शुरुआत 22 जुलाई, 2024 दिन सोमवार से हो रही है, जो अपने आप में बेहद शुभ है। आप किसी भी शिव धाम जाकर इस दिव्य यात्रा को पूर्ण कर सकते हैं। इस दौरान आपको कुछ अहम नियमों का पालन जरूर करना चाहिए।
By Ekta Sharma
Publish Date: Sat, 20 Jul 2024 01:50:47 PM (IST)
Updated Date: Sat, 20 Jul 2024 01:50:47 PM (IST)
HighLights
- शिव पुराण में भी सावन माह की महिमा का वर्णन किया गया है।
- प्रभु श्री राम और भगवान परशुराम ने भी कांवड़ यात्रा की थी।
- कहा जाता है अपनी क्षमता के अनुसार कांवड़ यात्रा करनी चाहिए।
धर्म डेस्क, इंदौर। Kanwar Yatra 2024: हिंदू कैलेंडर के अनुसार, सावन पांचवा महीना माना जाता है। इस साल सावन के महीने की शुरुआत 22 जुलाई से हो रही है। इस दिन सोमवार पड़ रहा है, जिससे सावन का महत्व और भी बढ़ गया है। सावन का महीना भगवान शिव को बहुत प्रिय माना जाता है।
शिव पुराण में भी सावन माह की महिमा का वर्णन किया गया है। सावन माह की शुरुआत के साथ ही कांवड़ यात्रा की शुरुआत भी हो जाती है। इस दौरान कांवड़ियों में बहुत ही उत्साह देखने को मिलता है।
भगवान शिव की कृपा पाने के लिए सावन में कांवड़ यात्रा करना बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। कावड़ यात्रा को लेकर कई पौराणिक कथाएं प्रचलित है। प्रभु श्री राम, भगवान परशुराम, श्रवण कुमार और रावण ने भी कावड़ यात्रा की थी।
कांवड़ यात्रा का महत्व
कांवड़ यात्रा किसी मनोकामना पूर्ति के लिए की जाती है। किसी पवित्र नदी का जल कांवड़ में लाया जाता है, फिर उससे भगवान शिव का जलाभिषेक किया जाता है। भक्त अपने घर से कांवड़ लेकर निकलते हैं और पवित्र नदी से जल भरते हैं, यात्रा करते हैं और फिर भगवान शिव का अभिषेक करते हैं। यही कांवड़ यात्रा कहलाती है।
ऐसे करें कांवड़ यात्रा की तैयारी
- कांवड़ यात्रा करने के लिए सबसे पहले लकड़ी की बनी हुई कांवड़ की व्यवस्था करनी चाहिए।
- इसके बाद भगवान शिव की तस्वीर और कांवड़ को सजाने का श्रृंगार उपलब्ध करना चाहिए।
- एक ऐसा पात्र रखें, जिसमें गंगाजल या किसी पवित्र नदी का जल भरा जा सके।
- कांवड़ यात्रा के दौरान कांवड़िए गेरुआ या केसरिया रंग के वस्त्र धारण करते हैं।
- इसके अलावा कुछ जरूरी दवाएं भी अपने साथ रखें।
इन बातों का रखें ध्यान
- भगवान शिव का समर्पित कांवड़ यात्रा श्रद्धा और समर्पण का प्रतीक होती है। कांवड़ यात्रा के दौरान कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखना चाहिए।
- इस दौरान किसी भी प्रकार के नशे शराब, पान, तंबाकू, गुटखा, सिगरेट, तामसिक चीजों आदि का सेवन नहीं करना चाहिए।
- इस दौरान श्रद्धा-भक्ति और दृढ़ता की परीक्षा होती है। इसमें आपको अपने लक्ष्य पर ध्यान देना चाहिए। आपको भगवान शिव की कृपा प्राप्त करने के उद्देश्य से भटकना नहीं चाहिए।
- कावड़ यात्रा हमेशा नंगे पैर की जाती है। ऐसे में आप एक जत्थे के साथ रहते हैं, जिसे देखकर आपका मनोबल बढ़ता है। कांवड़ यात्रा के दौरान जयकारे लगाते रहना चाहिए।
- अपनी क्षमता के अनुसार ही कांवड़ यात्रा करनी चाहिए। लंबी पैदल यात्रा से परहेज करना चाहिए। बीमार और अस्वस्थ लोगों को कांवड़ यात्रा करने से बचना चाहिए।
डिसक्लेमर
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