पीरियड्स के दौरान UTI होना या UTI होने के बाद पीरियड्स आ जाना दोनों ही स्थिति में महिलाएं काफी परेशान हो जाती हैं। हालांकि, यदि सही से ध्यान दिया जाए तो पीरियड्स के साथ-साथ UTI को मैनेज किया जा सकता है।
मेंस्ट्रूअल साइकिल को मैनेज करना पहले ही काफी मुश्किल होता है। साथ ही इस दौरान वेजाइना अधिक संवेदनशील होती और संक्रमण का खतरा भी अधिक होता है। कल्पना कीजिए कि यदि आपको पीरियड के साथ-साथ UTI हो गया है, तो आप क्या करेंगी? क्योंकि कई ऐसी महिलाएं हैं, जिन्होंने इस स्थिति का सामना किया है। पीरियड्स (periods) के दौरान UTI होना या UTI (Periods UTI) होने के बाद पीरियड्स आ जाना दोनों ही स्थिति में महिलाएं काफी परेशान हो जाती हैं। हालांकि, यदि सही से ध्यान दिया जाए तो पीरियड्स के साथ-साथ UTI को मैनेज (uti management) किया जा सकता है।
क्लाउडनाइन हॉस्पिटल की ऑब्सटेट्रिशियन और गाइनेकोलॉजिस्ट डॉ श्रद्धा सिंघल ने पीरियड्स के दौरान UTI से डील करने के कुछ प्रभावित टिप्स दिए हैं। तो चलिए जानते हैं, पीरियड्स और UTI को एक साथ कैसे करना है मैनेज (How to deal with UTI during periods)।
क्यों पीरियड्स में ज्यादा होता है यूटीआई का जोखिम?
क्या मासिक धर्म और यूटीआई के प्रति संवेदनशीलता के बीच कोई सीधा संबंध है, जवाब है हां। मासिक धर्म के दौरान, हार्मोनल स्तर और योनि के पीएच में परिवर्तन बैक्टीरिया के विकास के अनुकूल वातावरण बनाते हैं।
इसके अतिरिक्त, टैम्पोन और पैड जैसे कुछ मासिक धर्म उत्पादों के उपयोग से बैक्टीरिया योनि में प्रवेश कर सकते हैं, जिससे संभावित रूप से संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। इसके अलावा पीरियड्स में स्वच्छता के प्रति लापरवाही भी UTI के खतरे को बढ़ा देती है। इसलिए पीरियड्स में UTI को अवॉइड करने के लिए कुछ बातों का ध्यान रखना बेहद महत्वपूर्ण।
यहां जानें पीरियड्स में UTI होने पर कैसे करना है मैनेज (How to deal with UTI during periods)
1. हाइड्रेटेड रहें (stay hydrated)
यूरिनरी ट्रैक्ट से बैक्टीरिया को बाहर निकालने के लिए पर्याप्त हाइड्रेशन मेंटेन करना महत्वपूर्ण है। पूरे दिन भरपूर मात्रा में पानी पीने का लक्ष्य रखें, क्योंकि यह यूरिन को पतला करने और बैक्टीरिया के विकास के जोखिम को कम करने में मदद करता है।
2. अधिक फ्रिक्वेंटली बदले पीरियड प्रोडक्ट्स (change your period products)
चाहे आप पैड, टैम्पोन या मेंस्ट्रूअल कप का उपयोग कर रही हों, नियमित रूप से इन्हे बदलते रहना बहुत जरूरी है। इससे बैक्टीरिया के ओवर ग्रोथ को रोका जा सकता है।
3. फ्रिक्वेंटली यूरिन पास करें (pass your urine frequently)
नियमित रूप से पेशाब करने का सचेत प्रयास करें, भले ही आपको पेशाब करने की इच्छा न हो। लंबे समय तक पेशाब को रोके रखने से यूरिनरी ट्रैक्ट में बैक्टीरिया पनप सकते हैं, जिससे यूटीआई का खतरा बढ़ जाता है। खासकर यदि पीरियड्स के दौरान UTI हो गया है, तो उसे बढ़ने से रोकने के लिए फ्रिक्वेंटली यूरिन पास करना जरूरी है।
4. सूती अंडरवियर पहनें (wear cotton underwear)
सूती के हल्के अंडरवियर पहनें और टाइट-फिटिंग कपड़े पहनने से बचें। टाइट कपड़े नमी को बढ़ावा देते हैं, पीरियड्स में पहले से ही अधिक नमी बनी रहती है। जो बैक्टीरिया के विकास के लिए अनुकूल वातावरण बना सकता है। ऐसे में सूती कपड़े एयर पैसेज को बढ़ावा देते हैं, जिससे की नमी इंटिमेट एरिया में जमा नहीं होती।
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5. प्रोबायोटिक्स लें (probiotics)
प्रोबायोटिक्स, एक प्रकार के फायदेमंद गट बैक्टीरिया हैं, ये आपके शरीर में सूक्ष्मजीवों के स्वस्थ संतुलन को बनाए रखने में मदद करते हैं। अपने आहार में प्रोबायोटिक युक्त खाद्य पदार्थ शामिल करें, जैसे कि दही, हेल्दी यूरिन माइक्रोबायोम को बढ़ावा देकर यूटीआई की रोकथाम का समर्थन कर सकते हैं।
6. क्रैनबेरी जूस या सप्लीमेंट्स लें (cranberry juice)
पीरियड्स के दौरान UTI का खतरा बढ़ जाता है और यदि आपको पहले से UTI है और पीरियड्स आ गया तो इस दौरान यूटीआई की स्थिति अधिक गंभीर हो सकती है। इसे नियंत्रित करने के लिए क्रेनबेरी जूस और अन्य सप्लीमेंट्स लेना जरूरी हो जाता है। क्रैनबेरी जूस UTI की स्थिति में कारगर मानी जाती है।
7. ट्रीटमेंट लें (treatment)
यदि आप लंबे समय से
UTI से परेशान हैं और आपके पीरियड्स आ गया हैं, ऐसे में स्थिति अधिक बिगड़ती जा रही है तो बिना इंतजार किए मेडिकल ट्रीटमेंट लें। डॉक्टर से मिलें और उनके सलाह अनुसार अपना उपचार करवाएं।
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