Bhairav Kalashtami 2024 : आषाढ़ माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि की शुरुआत 28 जून को दोपहर 04 बजकर 27 मिनट पर शुरू हो रही है। साथ ही इस तिथि का समापन 29 जून को दोपहर 02 बजकर 19 मिनट पर होगा। कालाष्टमी व्रत के दिन बाबा काल भैरव की पूजा रात्रि के समय निशिता मुहूर्त में की जाती है, इसलिए कालाष्टमी 28 जून शुक्रवार को मनाई जाएगी।
By Surendra Dubey
Publish Date: Thu, 27 Jun 2024 11:52:54 AM (IST)
Updated Date: Thu, 27 Jun 2024 11:52:54 AM (IST)
HighLights
- ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, इस दिन रवि योग पूरे दिन रहेगा।
- भैरव व शिव मंदिरों में भी शिवजी व भैरवनाथ की विशेष पूजा।
- शोभन व रवि योग का संयोग भैरव पूजन के लिए सर्वाधिक उपयुक्त।
Bhairav Kalashtami 2024 : भैरवनाथ की उपासना का मासिक पर्व कालाष्टमी है। शहर के भैरव व बजरंगबली के मंदिरों में पूजन के लिए भीड़ उमड़ेगी। शास्त्री नगर स्थित बाजना मठ मन्दिर में भैरव पूजन के लिए भक्तों का तांता लगेगा। इस अवसर पर मन्दिर में विशेष अनुष्ठान भी होंगे। अन्य भैरव व शिव मंदिरों में भी शिवजी व भैरवनाथ की विशेष पूजा की जाएगी।
निशिता मुहूर्त से कल है कालाष्टमी
ज्योतिषाचार्यो के अनुसार 28 जून को कालाष्टमी मनाई जाएगी। आषाढ़ माह के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि की शुरुआत 28 जून को दोपहर 04 बजकर 27 मिनट पर शुरू हो रही है। साथ ही इस तिथि का समापन 29 जून को दोपहर 02 बजकर 19 मिनट पर होगा। कालाष्टमी व्रत के दिन बाबा काल भैरव की पूजा रात्रि के समय निशिता मुहूर्त में की जाती है, इसलिए इस माह की कालाष्टमी 28 जून शुक्रवार को मनाई जाएगी।
रवि व शोभन योग में पूजन शुभ
ज्योतिषाचार्यों के अनुसार, इस दिन रवि योग पूरे दिन रहेगा। वहीं सौभाग्य योग रात 09 बजकर 39 मिनट तक रहेगा। इसके बाद शोभन योग का निर्माण होगा। मान्यता है कि इन योगों में भगवान शिव की पूजा करने से व्यक्ति को शुभ फलों की प्राप्ति हो सकती है। शोभन व रवि योग का संयोग भैरव पूजन के लिए सर्वाधिक उपयुक्त माना जाता है। बाजनामठ के पुजारी ने बताया कि कालाष्टमी पर सुबह से मंदिर में दर्शन, पूजन के अलावा दान-पुण्य करने वालों की भीड़ उमड़ेगी।