[ad_1]
सावन सोमवार का व्रत रखना बहुत ही शुभ माना जाता है। इस व्रत से भगवान शिव प्रसन्न होकर जातक पर अपनी कृपा बरसाते हैं। ऐसे में सावन सोमवार का व्रत जरूर रखना चाहिए। भगवान शिव और देवी पार्वती की विशेष पूजा करें। व्रत के दौरान सिर्फ फलाहार का ही सेवन करना चाहिए।
By Ekta Sharma
Publish Date: Wed, 26 Jun 2024 03:26:38 PM (IST)
Updated Date: Wed, 26 Jun 2024 03:40:20 PM (IST)

HighLights
- श्रावण मास शंकर भगवान को समर्पित होता है।
- इस बार सावन में कुल 5 सावन सोमवार पड़ रहे हैं।
- सर्वार्थ सिद्धि योग के साथ होगी सावन की शुरुआत।
धर्म डेस्क, इंदौर। Sawan 2024: भगवान शिव का प्रिय महीना सावन जल्द ही शुरू होने वाला है। इस साल सावन का महीना 22 जुलाई से शुरू होने जा रहा है। यह 19 अगस्त को समाप्त होगा। सावन का महीना बेहद ही पवित्र माना जाता है। श्रावण मास शंकर भगवान को समर्पित होता है। भक्त देवों के देव महादेव और माता पार्वती की विशेष पूजा-आराधना करते हैं।
इस महीने को भगवान शिव के प्रिय माह में से एक कहा जाता है। हर साल श्रावण मास के कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि से सावन आरंभ हो जाते हैं। भगवान भोलेनाथ के भक्तों को सावन के महीने का बेसब्री से इंतजार होता है। इस बार सावन में कुल 5 सावन सोमवार पड़ रहे हैं।
विधि-विधान से करें शिव पूजा
पंडित नरेन्द्र नंदन दवे ने बताया कि इस महीने विधि-विधान से भगवान शिव की पूजा करने से सभी इच्छाएं पूरी होती हैं। साथ ही मनचाहे वर की प्राप्ति होती है। सावन सोमवार के व्रत का भी बहुत महत्व होता है। सावन सोमवार व्रत पर कुछ बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए।
हिंदू पंचांग के अनुसार, सावन माह का आरंभ श्रावण माह के कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि के साथ होता है। इस साल श्रावण प्रतिपदा तिथि की शुरुआत 21 जुलाई को दोपहर 3 बजकर 47 मिनट से हो रही है, जो 22 जुलाई को दोपहर 1 बजकर 11 मिनट पर समाप्त होगी। इसलिए श्रावण मास का आरंभ 22 जुलाई से हो रहा है। इसके साथ ही श्रावण पूर्णिमा यानी 19 अगस्त को सोमवार के दिन ही इसका समापन हो जाएगा।
सावन सोमवार तिथियां
- 22 जुलाई, सोमवार – श्रावण का पहला दिन, सावन का पहला सोमवार
- 29 जुलाई, सोमवार – सावन का दूसरा सोमवार
- 5 अगस्त, सोमवार – सावन का तीसरा सोमवार
- 12 अगस्त, सोमवार – सावन का चौथा सोमवार
- 19 अगस्त, सोमवार – सावन का पांचवा सोमवार
सोमवार से शुरू हो रहा है सावन
इस साल सावन मास काफी खास है, क्योंकि सोमवार के दिन से शुरू हो रहा है। इसके अलावा प्रीति, आयुष्मान योग के साथ सर्वार्थ सिद्धि योग भी बन रहे हैं। इस शुभ योग में भोलेनाथ की पूजा करने से कई गुना अधिक फलों की प्राप्ति होगी।
डिसक्लेमर
‘इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है। सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक प्रेषित की गई हैं। हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है, पाठक या उपयोगकर्ता इसे सिर्फ सूचना समझकर ही लें। इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी।’
[ad_2]
Source link