Zepto News: इंस्टैंट ग्रॉसरी डिलीवरी ऐप जेप्टो ने 360 करोड़ डॉलर के वैल्यूएशन पर 66.5 करोड़ डॉलर का फंड जुटाया है। जेप्टो ने यह फंड ऐसे समय में जुटाया है, जब निवेशक स्टार्टअप में पैसे डालने में काफी सतर्क हो गए हैं। पूरी तरह से इस प्राइमरी राउंड में जेप्टो ने ग्लेड ब्रूक, नेक्सस और स्टेपस्टोन जैसे मौजूदा निवेशकों की अगुवाई में यह फंड जुटाया है। मेजॉरिटी निवेश तो इन निवेशकों का ही है और बाकी पैसा नए निवेशक जैसे कि अवेनिर ग्रोथ, लाइटस्पीड, एवरा और बाकी ने डाला है। मनीकंट्रोल को सूत्रों ने यह भी बताया कि नए निवेशकों में सबसे अधिक पैसा डीएसटी ग्लोबल ने डाला जो जेप्टो की प्रतिद्वंद्वी स्विगी की शुरुआती निवेशक है। इसने 10 करोड़ डाले हैं।
इस कारण Zepto को मिली फंड जुटाने में कामयाबी
जेप्टो के सीईओ Aadit Palicha ने मनीकंट्रोल के साथ इंटरव्यू में कहा कि जेप्टो ने 100 करोड़ डॉलर के सेल्स के साथ करीब ढाई सेल में अपने ग्रॉस मर्चेंटाइज वैल्यू (GMV) को बढ़ाने में कामयाब रही जोकि दुनिया भर में किसी इंटरनेट कंपनी के लिए सबसे तेज रहा। पलीचा के दावे के मुताबिक जेप्टो सालाना 100 फीसदी से अधिक की रफ्तार से बढ़ रही है। इसके अलावा कंपनी का 75 फीसदी मार्केट पूरी तरह से EBITDA पॉजिटिव है। पलीचा का कहना है कि अगर ऐसी ग्रोथ न होती तो फंड जुटाना बड़ा मुश्किल हो जाता।
कैसे होगा इन पैसों का इस्तेमाल
जेप्टो के लिए यह फंडिंग राउंड एक साल के भीतर दूसरा बड़ा राउंड रहा। इससे पहले अगस्त 2023 में कंपनी ने 140 करोड़ डॉलर के वैल्यूएशन पर 23.1 करोड़ डॉलर जुटाए थे। इस बार 360 करोड़ डॉलर के वैल्यूएशन पर 66.5 करोड़ डॉलर का फंड जुटाया है। मुंबई की स्टार्टअप जेप्टो इस फंडिंग राउंड में जुटाए गए पैसों का इस्तेमाल जयपुर, चंडीगढ़ और अहमदाबाद समेत कई नए मार्केट में एंट्री के लिए करेगी। इसके अलावा इन पैसों का इस्तेमाल मुंबई, दिल्ली और बंगलुरू समेत उन शहरों में और पैठ बनाने के लिए किया जाएगा, जहां यह पहले से ही मौजूद है। कंपनी का लक्ष्य मार्च 2025 तक अपने डार्क स्टोर्स की संख्या मौजूदा 350 से बढ़ाकर 700 के पार ले जाने का है। जेप्टो को वर्ष 2021 में आदित पलीचा और कैवल्य वोहरा ने शुरू किया था।