“योग बट” एक बोलचाल का शब्द है, जो एक विशिष्ट प्रकार के दर्द या परेशानी को बताता है। यह किसी भी योग अभ्यासी के द्वारा तब अनुभव जाता है, जब वे किसी आसन को गलत तरीके से करते हैं या बहुत जल्दी में करते हैं।
योग मानसिक और शारीरिक लाभ प्रदान करता है। यह भारत में बहुत में बहुत प्राचीन अभ्यास है, जिसे लोग पीढ़ियों से अपने मन और शरीर को शांत करने के लिए करते आ रहें है। हालांकि, किसी भी अन्य व्यायाम की तरह, अगर योग को सही तरीके से न किया जाए है, तो यह दर्द और परेशानी का कारण बन सकता है। कई लोगों को योगा करते समय दर्द और क्रैंप की समस्या होती है। जैसे धावक को दौड़ते हुए पैरों पर ज्यादा तनाव आता है तो उन्हें घुटनों में चोट लगने का खतरा हो सकता है। वैसे ही अगर योग पोज ठीक से न किया जाए तो इसमें बट में यानि नितंबों में चोट लगने का खतरा अधिक होता है। आइए जानते हैं क्या है नितंब की यह चोट (Yoga butt) और इससे कैसे बचा जा सकता है।
क्या होता है योग बट (What is Yoga Butt)
“योग बट” एक बोलचाल का शब्द है, जो एक विशिष्ट प्रकार के दर्द या परेशानी को बताता है। यह किसी भी योग अभ्यासी के द्वारा तब अनुभव जाता है, जब वे किसी आसन को गलत तरीके से करते हैं या बहुत जल्दी में करते हैं। विशेष रूप से जब वे कठोर या लगातार सेशन में शामिल होते हैं। इस स्थिति को प्रॉक्सिमल हैमस्ट्रिंग टेंडिनोपैथी (proximal hamstring tendinopathy) के रूप में भी जाना जाता है। जिसमें हैमस्ट्रिंग मांसपेशियों को पैल्विक की सिट बोन से जोड़ने वाले टेंडन में सूजन के कारण होता है।
जबकि योग अपने शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य लाभों के लिए व्यापक रूप से आजमाया जाता है, अनुचित अभ्यास या अत्यधिक परिश्रम “योग बट” जैसी चोटों का कारण बन सकता है।
“योग बट” आमतौर पर लोअर बटॉक्स या जांघ के पिछले हिस्से में, खास तौर पर सिट बोन के पास, गहरे, दर्दनाक दर्द के रूप में सामने आता है। दर्द लगातार बना रह सकता है और लंबे समय तक बैठने, चलने या हैमस्ट्रिंग को खींचने वाले योगासन करने जैसी गतिविधियों से बढ़ सकता है।
क्या हैं योग बट के कारण (Causes of Yoga Butt)
1 बहुत अधिक बार रीपिटेशन करना
“योग बट” का मुख्य कारण कुछ योग मुद्राओं के दौरान हैमस्ट्रिंग टेंडन पर बार बार पड़ने वाला तनाव है, खास तौर पर वे जिनमें आगे की ओर झुकना और खिंचाव शामिल है। पश्चिमोत्तानासन (बैठकर आगे की ओर झुकना) और उत्तानासन (खड़े होकर आगे की ओर झुकना) जैसे आसनों का नियमित अभ्यास इन टेंडन पर अत्यधिक काम कर सकता है, जिससे सूजन हो सकती है।
2 खराब योग मुद्रा होना (Wrong yoga pose)
योग मुद्राओं के दौरान अनुचित पॉश्चर हैमस्ट्रिंग और उनके जुड़ाव बिंदुओं पर तनाव को बढ़ा सकता है। गलत पॉश्चर अक्सर तब होता है जब अभ्यासकर्ता उचित तकनीक के बिना अपने शरीर को उनके मौजूदा लचीलेपन के स्तर से आगे ले जाने की कोशिश करता है।
3 कमजोर ग्लूटियल मांसपेशियां (Weak glute muscles )
ग्लूटियल मांसपेशियों में कमजोरी हैमस्ट्रिंग पर अतिरिक्त तनाव डाल सकती है। अपर्याप्त ग्लूट शक्ति के परिणामस्वरूप हैमस्ट्रिंग मूवमेंट के दौरान क्षतिपूर्ति कर सकती है, जिससे टेंडिनोपैथी का जोखिम बढ़ जाता है।
योग बट से कैसे करें बचाव (How to avoid yoga butt problem)
1 ठीक से वाॅर्म-अप करें
गहरे स्ट्रेच या गहन योग सेशन में जाने से पहले पर्याप्त वार्म-अप सुनिश्चित करें। इसमें हल्के गतिशील स्ट्रेच और मूवमेंट शामिल हो सकते हैं जो हैमस्ट्रिंग और आसपास की मांसपेशियों को अधिक ज़ोरदार एक्टिविटी के लिए तैयार करते हैं।
2 कोर को मज़बूत करें
ऐसे व्यायाम करें जो ग्लूटियल मांसपेशियों और कोर को मज़बूत करें। मज़बूत ग्लूट हैमस्ट्रिंग पर बोझ को कम करने में मदद कर सकते हैं, जबकि एक स्थिर कोर पूरे एलाइनमेंट और मुद्रा को सही रखने में मदद करती है।
3 धीरे-धीरे कठिन पोज में जाएं
बहुत तेज़ी से ए़डवांस मुद्राओं में जाने से बचें। धीरे धीरे प्रगति मांसपेशियों और टेंडन को समय के साथ अनुकूल और मज़बूत होने देती है, जिससे चोट लगने का जोखिम कम होता है।
4 सचेत अभ्यास करें
उचित एलाइनमेंट पर ध्यान दें और अपने शरीर की सुनें। सभी कुछ जानने और समझने के साथ अभ्यास करने और अधिक खिंचाव से बचने से हैमस्ट्रिंग टेंडन पर अनावश्यक तनाव को रोका जा सकता है।
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