रोज़ाना वॉक करने से शरीर में बढ़ने वाले दर्द को दूर करने में मदद मिलती है। खुद को हेल्दी और फिट बनाने के लिए वॉक को कई प्रकार से किया जा सकता है। जानते हैं 5 प्रकार की वॉक और उससे मिलने वाले फायदे
लगातार बैठकर काम करने से शरीर में स्टिफनेस बढ़ने लगती है। इसके चलते शरीर के अंगों में दर्द और ऐंठन बढ़ जाती है। इससे राहत पाने के लिए अधिकतर लोग दवाओं और थेरेपी की मदद लेते हैं। मगर दिनभर में थोड़ी देर वॉक करने से शरीर में बढ़ने वाले दर्द को दूर करने में मदद मिलती है। साथ ही बॉडी पोश्चर में भी सुधार आने लगता है। शरीर को हेल्दी और फिट बनाने के लिए वॉक कई प्रकार से मदद कर सकती है। जानते हैं 5 प्रकार की वॉक और उससे मिलने वाले फायदे भी।
जानते हैं 5 तरह की वॉक के फायदे
1. ताड़ासन वॉक (Mountain pose walk)
इन्नर पीस को बढ़ाने और शरीर के पोश्चर को बेहतर बनाए रखने के लिए ताड़ासन बेहद फायदेमंद है। इससे शरीर के बैंलेंस को मेंटेन करने में मदद मिलती है। दरअसल, ताड़ासन से टांगों की मांसपेशियों में बढ़ने वाली ऐंठन दूर होती है और बैलेंस बना रहता है।
जानें इसे करने की विधि
इसे करने के लिए सीधे खड़े हो जाएं। अब पीठ को सीधा रखें और पैरों की उंगलियों पर खड़े रहें।
अब दोनों बाजूओं को उपर ले जाएं और दोनों हाथों की उंगलियों को एक दूसरे से मिलाकर लॉक कर लें।
गहरी सांस लें और एड़ियों को उपर उठाकर पंजों के सहारे वॉक करें। 30 सेकण्ड से 1 मिनट तक वॉक करें फिर रूक जाएं।
4 से 5 बार माउंटेन पोज़ में वॉक करने से शरीर का ब्लड सर्कुलेशन नियमित रहता है और शरीर स्वस्थ बना रहता है।
2. सिद्धा वॉक (Siddha walk)
सिद्धा वॉकिंग की मदद से तनाव को दूर करने में मदद मिलती है। दरअसल, इस वॉकिंग प्रोसेस में 8 के आकार में मन को रिलैक्स रखते हुए वॉक की जाती है। इससे मेंटल हेल्थ मज़बूत होती है। इसके अलावा डायजेशन को इंप्रूव करने में मदद मिलती है।
जानें इसे करने की विधि
इसे करने के लिए एक स्थान पर सीधे खड़े हो जाएं और अपने सामने थोड़ी दूर पर दो ऑब्जेक्ट टिका लें।
अब अपनी नज़र उनपर बनाए रखें। गहरी सांस लें और पीठ का सीधा रखें। धीरे धीरे आगे बढ़े।
इनफिनिटी के आकार में आठ का अंक बनाएं और वॉक के ज़रिए उस अंक को बनाने पर फोकस रखें।
इस आसान वॉक से शरीर में बढ़ने वाले तनाव के संतर को नियंत्रित करने में मदद मिलती है। दिन में 2 से 3 बार इस वॉक को दोहराएं।
3. बैकवर्ड वॉकिंग (Backward walking)
घुटनों में दर्द से राहत पाने के लिए बैकवर्ड वॉकिंग करना फायदेमंद साबित होता है। इसे करने से टांगों को मज़बूती मिलती है और शरीर में एनर्जी का स्तर मेंटेन रहता है। नियमित रूप से इसका अभ्यास करने से शरीर का बैलेंस मेंटेन रहता है।
जानें इसे करने की विधि
इसे करने के लिए एक स्थान पर खड़े हो जाएं और उल्टा चलने का धीरे धीरे प्रयास करें।
वॉक के दौरान कंधों को सीधा रखें और अपनी सांस पर ध्यान केंद्रित करें। गहरी सांस लें और छोड़ें।
एंड प्वाइंट पर पहुंचकर दोबारा से पीछे की ओर मुड़ जाएं और फिर उल्टा चलने का प्रयास करें।
3 से 4 बार इस वॉक को करने से टांगों की मज़बूती बढ़ने लगती है।
4. हिप वॉक (Hip walk)
टांगों और हिप्स की मसल्स को मज़बूत करने और हिप्स पर जमा अतिरिक्त फैट्स को बर्न करने के लिए हिप वॉक करें। इसे करने से शरीर को मज़बूती मिलती है और कोर मसल्स भी स्ट्रॉंग होने लगते हैं।
जानें इसे करने की विधि
इसे करने के लिए जमीन पर बैठ जाएं और दोनों हाथों को एक दूसरे से मिला लें और आगे बढ़ें।
हिप्स से शरीर को आगे की ओर लेकर जाएं। टांगों को धीरे धीरे आगे की ओर बढ़ाने का प्रयास करें।
30 सेकण्ड से 1 मिनट तक इस वॉक को करने के बाद रूक जाएं और कुछ देर आराम करे।
5 से 6 बार इस वॉक को करने से टांगों को मज़बूती मिलती है।
5. क्रो वॉक (Crow walk)
डाइजेशन को इंप्रूव करने और कब्ज व ब्लोटिंग से बचने के लिए क्रो वॉक बेहद कारगर है। नियमित रूप से इसका अभ्यास शरीर को पेट संबधी समस्याओं से राहत दिलाता है। इसे दिन में 2 से 3 बार करने से फायदा मिलता है। इससे शरीर में स्टेमिना बिल्ड होने लगता है।
जानें इसे करने की विधि
इसे करने के लिए घुटनों के बल बैठ जाएं। अब दोनों हाथों को घुटनों पर टिका कर रखें।
आगे की ओर बढ़ें और गहरी सांस लें व छोड़ें। शरीर के स्टेमिना के हिसाब से वॉक करें और फिर कुछ देर आराम करें।
इस दौरान गहरी सांस लें व छोड़ें। इस वॉक को नियमित रूप से करने से शरीर में जमा अतिरिक्त कैलोरीज़ की समस्या हल हो जाती है।
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