भारत का पहला वाणिज्यिक कच्चे तेल का भंडारण
स्रोत: द हिंदू
भारत कच्चे तेल का अपना पहला वाणिज्यिक रणनीतिक भंडारण बनाने की योजना बना रहा है। इसका लक्ष्य आपात स्थिति में आपूर्ति बाधा से उत्पन्न चुनौतियों से निपटना है।
चरण
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स्थान
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स्थिति
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चरण I
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विशाखापत्तनम
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पूरित (सामरिक प्रकृति का)
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चरण I
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मंगलुरु
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पूरित (सामरिक प्रकृति का)
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चरण I
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पादुर
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पूरित (सामरिक प्रकृति का)
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चरण II
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चंडीखोल
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अनुमोदित (PPP आधारित)
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चरण II
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पादुर
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अनुमोदित (PPP आधारित)
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- भारत के पूर्वी और पश्चिमी तटों पर कच्चे तेल के भंडार भूमिगत चट्टानी गुफाओं में निर्मित किये गए हैं जिन्हें हाइड्रोकार्बन भंडारण के लिये सबसे सुरक्षित साधन के रूप में जाना जाता है।
- इंडियन स्ट्रेटेजिक पेट्रोलियम रिज़र्व्स लिमिटेड (ISPRL):
- ISPRL, पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय के प्रशासनिक नियंत्रण के अधीन तेल उद्योग विकास बोर्ड (OIDB) की सहायक कंपनी है जो रणनीतिक कच्चे तेल भंडारण सुविधाओं का प्रबंधन करती है। जिसमें इंजीनियर्स इंडिया लिमिटेड (EIL) परियोजना प्रबंधन सलाहकार के रूप में भंडारण संचालन की देखरेख करती है और सरकारी अधिकार प्राप्त समिति के माध्यम से आपूर्ति में उत्पन्न होने वाले व्यवधान की दशा में स्टॉक जारी करने का समन्वय करती है।
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