राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) ने बरेली के तहसील सभागार में राजस्व कर्मचारियों के लिए एक विशेष आपदा प्रबंधन प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया। यह प्रशिक्षण प्राकृतिक और मानव-जनित आपदाओं जैसे बाढ़, भूकंप, और रासायनिक रिसाव से निपटने के लिए बचाव और राहत कार्यों की दक्षता बढ़ाने के उद्देश्य से किया गया। एनडीआरएफ की 11वीं बटालियन, वाराणसी से आई टीम ने इस कार्यक्रम का नेतृत्व किया, जिसमें कर्मचारियों को आपदा के दौरान त्वरित और प्रभावी प्रतिक्रिया देने की तकनीकों का प्रशिक्षण दिया गया। #बरेली
प्रशिक्षण का उद्देश्य: इस प्रशिक्षण का मुख्य लक्ष्य राजस्व कर्मचारियों को आपदा प्रबंधन की बुनियादी और उन्नत तकनीकों से परिचित कराना था। इसमें बाढ़ बचाव, ढह चुकी संरचनाओं से खोज और बचाव (सीएसएसआर), और प्राथमिक चिकित्सा (मेडिकल फर्स्ट रिस्पॉन्डर) जैसे विषय शामिल थे। एनडीआरएफ ने कर्मचारियों को स्थानीय स्तर पर आपदा से निपटने के लिए समन्वय और संसाधन प्रबंधन की रणनीतियाँ भी सिखाईं। यह प्रशिक्षण आपदा प्रबंधन अधिनियम, 2005 के तहत एनडीआरएफ की जिम्मेदारी को दर्शाता है, जो आपदा जोखिम न्यूनीकरण पर जोर देता है। #बरेलीआपदा
प्रशिक्षण की गतिविधियाँ: प्रशिक्षण के दौरान, एनडीआरएफ ने मॉक ड्रिल और प्रायोगिक सत्र आयोजित किए, जिसमें कर्मचारियों को बचाव उपकरणों का उपयोग, रस्सी बचाव तकनीक, और रासायनिक, जैविक, रेडियोलॉजिकल, और न्यूक्लियर (सीबीआरएन) आपदाओं से निपटने की ट्रेनिंग दी गई। इसके अलावा, कर्मचारियों को स्थानीय समुदायों के साथ जागरूकता अभियान चलाने और आपदा तैयारी को बढ़ावा देने के लिए प्रेरित किया गया। यह प्रशिक्षण एनडीआरएफ अकादमी, नागपुर द्वारा निर्धारित प्रशिक्षण मॉड्यूल पर आधारित था। #बरेलीआपदाप्रशिक्षण
महत्व और प्रभाव: इस प्रशिक्षण से राजस्व कर्मचारियों की आपदा प्रबंधन में भूमिका को और मजबूत करने की उम्मीद है, क्योंकि वे स्थानीय प्रशासन का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं। बरेली, जो बाढ़ और अन्य प्राकृतिक आपदाओं के प्रति संवेदनशील है, में इस तरह के प्रशिक्षण से स्थानीय स्तर पर प्रतिक्रिया समय को कम करने और जीवन रक्षा में मदद मिलेगी। एनडीआरएफ ने इस अवसर पर कर्मचारियों को आपदा के दौरान समुदाय के साथ सहयोग करने और राहत सामग्री वितरण की प्रक्रिया को समझने के लिए भी प्रोत्साहित किया। #BareillyNews
आगे की योजनाएँ: एनडीआरएफ ने भविष्य में बरेली और आसपास के क्षेत्रों में इस तरह के और प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करने की योजना बनाई है। इसके अतिरिक्त, स्कूलों, कॉलेजों और अन्य सरकारी संस्थानों में आपदा जागरूकता कार्यक्रम चलाए जाएंगे। यह कदम राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) के दिशानिर्देशों के अनुरूप है, जो भारत को आपदा के प्रति अधिक लचीला बनाने पर केंद्रित है। #BareillyOnline