Difference Between Panic Attack And Anxiety Attack: आज की जीवनशैली में तेजी से बदलते माहौल और तनावपूर्ण स्थितियों के चलते, मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी चुनौतियां बढ़ी हैं। मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी दो बड़ी स्थितियां पैनिक अटैक और एंग्जायटी अटैक बेहद गंभीर होती हैं। एंग्जायटी एक मानसिक समस्या है, इस स्थिति में व्यक्ति को नकारात्मक विचारों की वजह से परेशानियों का सामना करना पड़ता है। अगर आप इस स्थिति को सही ढंग से हैंडल नही करते हैं, तो आपके कामकाज पर तो असर पड़ता ही है साथ ही आपके मानसिक स्वास्थ्य पर इसका बहुत बुरा असर होता है। आइए इस लेख में विस्तार से जानते हैं, पैनिक अटैक और एंग्जायटी अटैक में अंतर व बचाव।
पैनिक और एंग्जायटी अटैक में अंतर- Difference Between Panic Attack And Anxiety Attack in Hindi
दिल्ली के मशहूर मनोचिकित्सक डॉ धर्मेंद्र सिंह कहते हैं, “पैनिक अटैक और एंग्जायटी अटैक दो सामान्य समस्याएं हैं जिन्हें लोग अक्सर एक-दूसरे के साथ मिलाकर गलतफहमी में रहते हैं। इनके लक्षण भले ही एक जैसे होते हैं, लेकिन दोनों समस्याएं अलग होती हैं।”
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पैनिक अटैक और एंग्जायटी अटैक में अंतर इस तरह से हैं-
1. पैनिक अटैक:
पैनिक अटैक एक अचानक और अत्यधिक तनाव में होने वाली स्थिति है जिसमें व्यक्ति को अचानक डर लगने लगता है।
लक्षण
- हार्ट बीट बढ़ना
- तेजी से सांस बढ़ना या गहरी सांस लेना
- छाती में दर्द
- चक्कर आना
- मुंह में सूखापन या छाती में दबाव
कारण
- तनाव और एंग्जायटी
- जीवन से जुड़ी स्थितियां
- रोजमर्रा की एंग्जायटी
2. एंग्जायटी अटैक
एंग्जाइटी बिना किसी स्पष्ट कारण के होती है। कई लोगों में ये समस्या चरम पर पहुंचने के बाद उनके रोजमर्रा के कामों और उनकी जिंदगी को प्रभावित करने लगती है। ऐसी हालत में इसे चिंता रोग या एंग्जाइटी डिसऑर्डर (Anxiety Disorders)कहा जा सकता है
लक्षण
- तनाव और एंग्जायटी
- अधिक सोचना और भय
- नींद की कमी
- मानसिक ऊर्जा की कमी
कारण
- जीवन में अनियांत्रित स्थितियां
- निरंतर तनाव
- सामाजिक और आर्थिक दबाव
पैनिक और एंग्जायटी अटैक के लक्षणों को सही से पहचानना और उसका सही समय पर इलाज करना जरूरी है। यदि आप या किसी व्यक्ति में ये लक्षण दिखें, तो बिना देर किए एक्सपर्ट डॉक्टर की देखरेख में इलाज लेना चाहिए। योग और मेडिटेशन का अभ्यास एंग्जायटी दूर करने के लिए बहुत फायदेमंद होता है। इसके अलावा हेल्दी और पौष्टिक फूड्स का सेवन मानसिक समस्याओं को कंट्रोल करने में बहुत फायदेमंद होता है।
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