बरेली और बदायूं (उत्तर प्रदेश): उत्तर प्रदेश के बरेली और बदायूं जिलों में डॉ. भीमराव आंबेडकर की प्रतिमाओं को क्षतिग्रस्त किए जाने की हालिया घटनाओं ने स्थानीय समुदायों में व्यापक आक्रोश और तनाव पैदा कर दिया है। इन वारदातों के बाद, कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए दोनों ही स्थानों पर भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।
घटना का विवरण:
जानकारी के अनुसार, बरेली और बदायूं, दोनों ही जगहों पर कुछ अज्ञात व्यक्तियों ने डॉ. भीमराव आंबेडकर की मूर्तियों को निशाना बनाया और उन्हें खंडित कर दिया। इन घटनाओं से दलित समुदाय में गहरा रोष है, जिन्होंने इसे बाबासाहेब के आदर्शों और सम्मान पर हमला बताया है।
सीसीटीवी फुटेज और पुलिस कार्रवाई:
खुशी की बात यह है कि दोनों ही स्थानों पर प्रतिमाओं को क्षतिग्रस्त करते हुए संदिग्ध व्यक्ति सीसीटीवी कैमरों में कैद हो गए हैं। पुलिस ने इन फुटेज को अपने कब्जे में ले लिया है और इसके आधार पर आरोपियों की पहचान करने का प्रयास कर रही है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि फुटेज में दिख रहे व्यक्तियों की पहचान के लिए टीमें गठित कर दी गई हैं और जल्द ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
प्रशासन का आश्वासन:
स्थानीय प्रशासन ने इन घटनाओं को गंभीरता से लिया है और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया है। जिला मजिस्ट्रेट और पुलिस अधीक्षक ने जनता से शांति बनाए रखने और किसी भी तरह की अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की है। उन्होंने कहा कि पुलिस निष्पक्ष जांच कर रही है और जो भी इस कृत्य में शामिल पाया जाएगा, उसे बख्शा नहीं जाएगा। प्रशासन ने यह भी दावा किया है कि इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए भविष्य में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाएंगे।
राजनीतिक प्रतिक्रिया और सामाजिक प्रभाव:
इन घटनाओं को लेकर विभिन्न राजनीतिक दलों और सामाजिक संगठनों ने भी अपनी चिंता व्यक्त की है। उन्होंने इन कृत्यों की निंदा करते हुए दोषियों के खिलाफ तत्काल और सख्त कार्रवाई की मांग की है। इस घटना ने एक बार फिर सामाजिक सद्भाव और आपसी भाईचारे के महत्व पर जोर दिया है, और यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता पर बल दिया है कि ऐसे नफरती कृत्यों को समाज में कोई जगह न मिले।
फिलहाल, दोनों ही जिलों में स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन पुलिस और प्रशासन लगातार निगरानी बनाए हुए हैं ताकि किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सके और शांति व्यवस्था भंग न हो। #अंबेडकरप्रतिमा
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