Chronic Neurological Conditions in Hindi: क्रोनिक न्यूरोलॉजिकल कंडीशन (Chronic Neurological Conditions) तांत्रिक तंत्र से जुड़ी समस्याओं का समूह है। तांत्रिक तंत्र से जुड़ी गड़बड़ी पूरे शरीर को प्रभावित करती है। इन समस्याओं में व्यक्ति शारीरिक, मानसिक और भावनात्मक रूप से प्रभावित होता है। नर्वस सिस्टम से जुड़ी परेशानियों के बारे में लोगों को ज्यादा जानकारी नहीं होती है। इसकी वजह से आपको ब्रेन से लेकर शरीर में मौजूद नसों से जुड़ी गंभीर परेशानियां हो सकती हैं। आइए इस लेख में विस्तार से समझते हैं क्रोनिक न्यूरोलॉजिकल कंडीशन के बारे में।
क्रोनिक न्यूरोलॉजिकल कंडीशन क्या है?- What is Chronic Neurological Conditions in Hindi
बाबू ईश्वर शरण हॉस्पिटल के सीनियर फिजीशियन डॉ समीर के मुताबिक, “क्रोनिक न्यूरोलॉजिकल कंडीशन न्यूरॉन्स या तंत्रिका कोशिकाओं को प्रभावित करने वाली समस्याओं का समूह है। इसमें सिरदर्द, चलने-फिरने में दिक्कत, याद रखने में समस्या जैसी परेशानियां होती हैं। इस समस्या से प्रभावित व्यक्ति के जीवन की गुणवत्ता गंभीर रूप से प्रभावित होती है और कुछ मामलों में यह जानलेवा हो सकता है।”
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क्रोनिक न्यूरोलॉजिकल कंडीशन के लक्षण- Chronic Neurological Conditions Symptoms in Hindi
क्रोनिक न्यूरोलॉजिकल कंडीशन होने पर मरीज में ये लक्षण दिखते हैं-
1. सिरदर्द- क्रोनिक न्यूरोलॉजिकल कंडीशन में सिरदर्द की संभावना बढ़ जाती है। यह दर्द हो सकता है कि स्थायी रहे या फिर बहुत तेजी से अचानक हो जाए।
2. बेहोशी की स्थिति- कई क्रोनिक न्यूरोलॉजिकल कंडीशनों में बेहोशी की स्थिति भी हो सकती है, जिसमें व्यक्ति की संवेदनशीलता कम हो जाती है।
3. मानसिक संस्याएं- व्यक्ति में आत्मविश्वास की कमी, चिंता, उदासी जैसी स्थिति आ सकती है।
4. शारीरिक कमजोरी- शारीरिक क्षमता में कमी, कामकाज में दिक्कत समेत कई परेशानियां हो सकती हैं।
5. आत्महत्या की भावना- क्रोनिक न्यूरोलॉजिकल कंडीशन में व्यक्ति में आत्महत्या की भावना भी पैदा हो सकती है।
क्रोनिक न्यूरोलॉजिकल कंडीशन से बचाव- Tips To Prevent Chronic Neurological Symptoms in Hindi
क्रोनिक न्यूरोलॉजिकल कंडीशन से बचाव के लिए इन चीजों का ध्यान रखना चाहिए-
1. नियमित व्यायाम- नियमित व्यायाम और योग करने से क्रोनिक न्यूरोलॉजिकल कंडीशन को कम करने में मदद मिल सकती है।
2. हेल्दी डाइट- हेल्दी डाइट का सेवन करने से क्रोनिक न्यूरोलॉजिकल कंडीशन से बचाव में मदद मिलती है और इन समस्याओं के लक्षणों को भी कम किया जा सकता है।
3. मेडिटेशन- ध्यान या मेडिटेशन का अभ्यास करने से क्रोनिक न्यूरोलॉजिकल कंडीशन को कंट्रोल करने में मदद मिलती है।
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नर्वस सिस्टम को हेल्दी रखने के लिए खानपान का पौष्टिक और संतुलित रहना बहुत जरूरी है, इसके अलावा नियमित रूप से एक्सरसाइज या योग आदि का अभ्यास करने से भी आपका नर्व सिस्टम हेल्दी रहता है। नर्वस सिस्टम से जुड़ी समस्या या क्रोनिक न्यूरोलॉजिकल कंडीशन के लक्षण दिखने पर तुरंत डॉक्टर की सलाह लेकर इलाज कराएं।
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