Health Problems That Can Cause Chronic Cough In Hindi: आमतौर पर हम खांसी को कोई गंभीर समस्या के रूप में नहीं देखते हैं। मौसम बदलने पर हर दूसरा व्यक्ति खांसी से परेशान रहता है। लेकिन, सही तरह से केयर करके यह समस्या धीरे-धीरे ठीक हो जाती है। कुछ घरेलू उपाय भी इस समस्या में कारगर साबित होते हैं। लेकिन, कुछ मामलो में यह देखा जाता है कि खांसी लंबे समय तक चल रही है। Mayoclinic के अनुसार, “अगर 8 सप्ताह से ज्यादा समय तक खांसी चले, तो इसे क्रॉनिक खांसी के नाम से जाना जाता है। जबकि, बच्चों को अगर लगातार 4 सप्ताह तक खांसी ठीक न हो, तब इसे क्रॉनिक खांसी की श्रेणी में रखा जाता है। क्रॉनिक खांसी न सिर्फ शारीरिक परेशानी का कारण बनती है, बल्कि इससे कई तरह की अन्य समस्याएं खड़ी हो जाती हैं। जैसे, हर समय थकान महसूस करना, नींद में रुकावट आना और एनर्जी की कमी महसूस करना।” अगर किसी को इस तरह की खांसी हो रही है, तो उन्हें इसको नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। लंबे समय से चल रही खांसी (Purani Khansi Ki Wajah) किसी अन्य बीमारी की ओर भी संकेत कर सकती है।
क्रॉनिक खांसी के संकेत- Chronic Cough Symptoms In Hindi
- नाक बहना
- नाक बंद होना
- सीने में दर्द होना
- सांस लेते वक्त छाती से आवाज आना
- खांसी के साथ खून निकलना
- सांस उखड़ना
क्रॉनिक खांसी का कारण- Health Problems That Can Cause Chronic Cough In Hindi
अस्थमा
खांसी का एक मुख्य कारण अस्थमा को माना जाता है। अस्थमा के मरीजों में अक्सर यह समस्या रहती है। बदलते मौसम के साथ उनकी खांसी कम या ज्यादा हो सकती है। अस्थमा रेस्पिरेटरी ट्रैक्ट इंफेक्शन के कारण होता है। अगर मरीज को ठंड लग जाए या मौसम में अचाकन बदलाव आ जाए, तो मरीज की खांसी ट्रिगर हो जाती है, जो कि लंबे समय तक बनी रहती है। यह नहीं, किसी केमिकल के संपर्क में आने, गंदगी के आसपास रहने के कारण भी इस तरह की समस्याएं हो सकती हैं।
साइनस
साइनस होने पर नाक बंद हो जाती है और बहुत ज्यादा बलगम बनने लगता है। कई बार नाक में बना एक्स्ट्रा म्यूकस बनने पर गले की ओर खिसक जाता है। ऐसे में कफ रिफ्लेक्स होता है, जिससे खांसी ट्रिगर होने लगती है। इस कंडीशन को अप्पर एयरवे कफ सिंड्रोम के नाम से भी जाना जाता है।
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गैस्ट्रोएसोफेगल रिफ्लक्स डिजीज
यह सामान्य समस्या है। गैस्ट्रोएसोफेगल रिफ्लक्स डिजीज होने पर पेट का एसिड मुंह की ओर आने लगता है। गैस्ट्रोएसोफेगल रिफ्लक्स होने पर पेट में जलन, सीने में जलन जैसी समस्या होने लगती है। शायद आपको पता न हो, लंबे समय तक चल रही खांसी का एक कारण गैस्ट्रोएसोफेगल रिफ्लक्स डिजीज भी होता है। असल में, जब बार-बार एसिड मुंह की ओर आने लगता है, तो इससे गले में खराश शुरू हो जाती है और मरीज को खांसी होने लगती है। अगर समय रहते खांसी को कंट्रोल न किया जाए, तो गैस्ट्रोएसोफेगल रिफ्लक्स डिजीज की कंडीशन और भी बिगड़ जाती है।
संक्रमण
खांसी, संक्रमण होने के कारण भी बढ़ सकती है। संक्रमण गंभीर बीमारी की वजह भी बनता है। जैसे, निमोनिया, फ्लो या कोल्ड-कफ आदि। ये सभी समस्याएं रेस्पिरेटरी ट्रैक्ट से जुड़ी हुई हैं। इसके अलावा, पुरानी खांसी लंग इंफेक्शन, टीबी या नॉन-ट्यूबरकुलस माइकोबैक्टीरियल ऑर्गेनिज्म के कारण भी लंग्स से जुड़ी समस्याएं होती हैं। इन सभी बीमारियों के कारण खांसी लंबे समय तक चल सकती है।
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