भारतीय नौसेना ने ASW SWC परियोजना के साथ आत्मनिर्भर भारत को आगे बढ़ाया
स्रोत: पी.आई.बी.
हाल ही में भारतीय नौसेना के जहाज़ निर्माण कार्यक्रम ने 08 x ASW (एंटी-सबमरीन वारफेयर) शैलो वॉटर क्राफ्ट परियोजना के 5वें और 6वें जहाज़ों ‘अग्रे’ तथा ‘अक्षय’ के लॉन्च के साथ एक महत्त्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की।
- इन जहाज़ों का निर्माण भारतीय नौसेना के लिये कोलकाता में M/S गार्डन रीच शिपबिल्डर्स एंड इंजीनियर्स (GRSE) द्वारा किया जा रहा है।
- ये जहाज़ पुराने अभय क्लास कार्वेट से अधिक उन्नत अर्नाला क्लास में संक्रमण का संकेत देते हैं, जो तटीय जल में पनडुब्बी रोधी और खदान बिछाने के संचालन के लिये डिज़ाइन किया गया है।
- यह परियोजना 80% से अधिक सामग्री घरेलू स्तर पर प्राप्त करके स्वदेशी रक्षा विनिर्माण को बढ़ावा देने की भारत की प्रतिबद्धता को दर्शाती है।
- उल्लेखनीय रूप से पिछले वर्ष, कुल 9 युद्धपोतों के लॉन्च के साथ 3 स्वदेशी युद्धपोतों/पनडुब्बियों की आपूर्ति की गई है, जो आत्मनिर्भरता के माध्यम से अपनी समुद्री क्षमताओं को मज़बूत करने के देश के दृढ़ संकल्प को रेखांकित करता है।
और पढ़ें: रक्षा का स्वदेशीकरण
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