बुनियादी साक्षरता और संख्यात्मक मूल्यांकन परीक्षा
स्रोत: पी.आई.बी.
हाल ही में शिक्षा मंत्रालय के स्कूली शिक्षा और साक्षरता विभाग (DoSEL) ने 23 राज्यों में ULLAS (अंडरस्टैंडिंग लाइफलांग लर्निंग फॉर ऑल इन सोसायटी) – नव भारत साक्षरता कार्यक्रम के एक हिस्से के रूप में बुनियादी साक्षरता और संख्यात्मक मूल्यांकन परीक्षा (FLNAT) आयोजित की गई जिसमें लगभग 37 लाख शिक्षार्थी शामिल हुए।
- FLNAT बुनियादी साक्षरता और संख्यात्मक कौशल का मूल्यांकन करने के लिये तीन विषयों- पढ़ना, लिखना तथा संख्यात्मकता का मूल्यांकन करता है।
- यह परीक्षा प्रत्येक भाग लेने वाले राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों के सभी ज़िलों में ज़िला शिक्षा और प्रशिक्षण संस्थानों (DIET) तथा सरकारी/सहायता प्राप्त स्कूलों में आयोजित की जाएगी।
- FLNAT का उद्देश्य राष्ट्रीय शिक्षा नीति, 2020 के अनुरूप, गैर-साक्षर शिक्षार्थियों को प्रामाणित करना और क्षेत्रीय भाषाओं में परीक्षा आयोजित करके बहुभाषावाद को बढ़ावा देना है।
- योग्य शिक्षार्थियों को राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान (NIOS) द्वारा जारी एक प्रमाण-पत्र दिया जाएगा, जो बुनियादी साक्षरता और संख्यात्मक कौशल प्राप्त करने में उनकी उपलब्धि को मान्यता देगा।
- न्यू इंडिया साक्षरता कार्यक्रम वर्ष 2022-2027 की अवधि के साथ एक केंद्र प्रायोजित योजना है जिसे आम तौर पर उल्लास के नाम से जाना जाता है। यह एजुकेशन फोर ऑल के सभी पहलुओं को कवर करती है, जिसे पहले वयस्क शिक्षा के रूप में जाना जाता था।
- यह योजना 15 वर्ष और उससे अधिक आयु के वयस्कों को बुनियादी साक्षरता, संख्यात्मकता तथा महत्त्वपूर्ण जीवन कौशल के साथ सशक्त बनाती है जिससे निरंतर सीखने/अधिगम को बढ़ावा मिलता है। स्वयंसेवा के माध्यम से कार्यान्वित, यह सामाजिक उत्तरदायित्व और दीक्षा पोर्टल एवं उल्लस मोबाइल एप पर क्षेत्रीय भाषा सामग्री तक पहुँच को बढ़ावा देता है।
और पढ़ें…मूलभूत साक्षरता और संख्यात्मकता, राष्ट्रीय शिक्षा नीति- 2020
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